Pakistan को संवेदनशील सुरक्षा जानकारी देने के आरोप में गिरफ्तार CRPF जवान को Patiala House की अदालत ने 15 दिन की NIA हिरासत में भेज दिया है। इस मामले की सुनवाई बंद कमरे में हुई, जहां विशेष न्यायाधीश Chandrajit Singh ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा बेहद गंभीर अपराध बताया। न्यायाधीश ने कहा कि India की सशस्त्र सेनाएं देश की सुरक्षा की बुनियाद हैं, और इसमें सेंध लगाना देशद्रोह के समान है, जो देश के भविष्य के लिए खतरा है।
अदालत ने जवान के खिलाफ यूएपीए की आतंकवादी कृत्य, आतंकवादी हमले की सजा और साजिश की धाराओं के तहत मामला दर्ज करने को सही ठहराया। न्यायाधीश ने कहा कि यह सिर्फ एक व्यक्ति की गलती नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा व्यवस्था पर हमला है। आरोपी जवान की अगली सुनवाई छह जून को होगी।
यह गिरफ्तारी Pahalgam में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले की जांच के दौरान हुई, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। 17 मई को CRPF अधिकारियों को जवान की संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिली, जिसके बाद उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की गई। 21 मई को NIA ने जवान को औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया।
जांच में सामने आया है कि आरोपी जवान ने पिछले कई महीनों से Pakistani agents से संपर्क बनाए रखा था और भारतीय सुरक्षा बलों व सैन्य ठिकानों की गोपनीय जानकारियां Pakistan को दी थीं। NIA यह भी पता लगाने में लगी है कि जवान ने किस माध्यम से, किन एजेंटों को और कितनी रकम लेकर यह जानकारी साझा की।
National Investigation Agency इस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है ताकि देश की सुरक्षा व्यवस्था में सेंध लगाने वालों को सख्त से सख्त सजा दी जा सके। यह मामला देश के लिए चेतावनी है कि किसी भी हाल में राष्ट्रीय सुरक्षा को कमजोर नहीं होने दिया जाएगा।