प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर भारत के बाढ़ प्रभावित इलाकों का जल्द ही दौरा करेंगे ताकि हालात का जायज़ा लिया जा सके। पीटीआई ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है।
पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश ने पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और उत्तराखंड सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। बाढ़ और भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाओं में अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है और सड़कों, पुलों और अन्य बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है।
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी उन इलाकों का दौरा करेंगे जो सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब कई राज्य सरकारों ने केंद्र से आपदा राहत कोष की मांग की है।
अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने हाल ही में जापान और चीन की विदेश यात्रा से लौटने के तुरंत बाद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से बात की थी। केंद्र सरकार लगातार राज्यों को राहत सहायता प्रदान कर रही है और बचाव कार्य चौबीसों घंटे जारी हैं।
पंजाब में सबसे ज्यादा तबाही, अब तक 43 मौतें
पंजाब राज्य सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में शामिल है। शुक्रवार तक मौतों की संख्या 43 तक पहुंच गई है। पंजाब के सूचना और जनसंपर्क विभाग के अनुसार, मृतकों की संख्या जिलेवार इस प्रकार है:
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अमृतसर (5)
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बरनाला (5)
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बठिंडा (4)
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फाजिल्का (1)
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फिरोजपुर (1)
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गुरदासपुर (2)
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होशियारपुर (7)
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मानसा (3)
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पठानकोट (6)
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पटियाला (1)
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रूपनगर (1)
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संगरूर (1)
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एसएएस नगर (2)
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लुधियाना (4)
इसके अलावा, तीन लोग अब भी लापता हैं।
एम्स की मेडिकल टीम तैनात
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं मजबूत करने के लिए, दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) ने डॉक्टरों और नर्सों की एक विशेष टीम पंजाब और अन्य राज्यों में भेजी है। यह टीम चिकित्सा सहायता के साथ-साथ मानवीय सहायता भी प्रदान कर रही है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां स्वास्थ्य ढांचा पूरी तरह चरमरा गया है।
गृह मंत्री अमित शाह का जम्मू दौरा
गृह मंत्री अमित शाह ने 1 सितंबर को जम्मू क्षेत्र का दौरा किया और वहां बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया। उन्होंने बिक्रम चौक के तवी ब्रिज, शिव मंदिर, और मंगू चक गांव में बाढ़ से तबाह हुए घरों का दौरा किया और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की।
इसके बाद, शाह ने एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की जिसमें राहत कार्यों को तेज करने और पुनर्वास प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए गए।
निगाहें अब पीएम मोदी की यात्रा पर
प्रधानमंत्री मोदी की आगामी यात्रा को लेकर उम्मीद की जा रही है कि इससे बाढ़ प्रभावित राज्यों को केंद्रीय सहायता मिलने में तेजी आएगी। साथ ही, इससे सरकार की ओर से सक्रियता का स्पष्ट संकेत मिलेगा।
राज्यों में राहत और पुनर्वास का कार्य जारी है, लेकिन अभी भी हजारों लोग आश्रय शिविरों में हैं और हालात सामान्य होने में समय लगेगा।