ढाका: बांग्लादेश में शेख हसीना के सत्ता से बाहर होने के बाद भारत-विरोधी गतिविधियां तेज हो गई हैं। ताजा जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की टीम करीब एक दशक बाद ढाका पहुंची है। इस टीम में मेजर जनरल शाहिद अमीर अफ्सर के साथ दो ब्रिगेडियर शामिल हैं। इसके पहले, बांग्लादेश के सेना अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल कमर-उल-हसन ने पाकिस्तान का दौरा किया था।
आईएसआई टीम का दौरा और संभावित वार्ताएं
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आईएसआई टीम के इस दौरे के दौरान बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच खुफिया जानकारी साझा करने पर चर्चा हो सकती है। टीम में शामिल मेजर जनरल शाहिद अमीर अफ्सर चीन में पाकिस्तान के सैन्य राजनयिक रह चुके हैं। उनके साथ ब्रिगेडियर आलम आमिर अवान और ब्रिगेडियर मुहम्मद उस्मान जतीफ भी हैं। यह डेलिगेशन 24 जनवरी तक बांग्लादेश में रहेगा।
शेख हसीना को वापस लाने की कोशिशें
इधर, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने कहा है कि शेख हसीना को भारत से वापस लाने के प्रयास जारी रहेंगे। अंतरिम सरकार के कानूनी सलाहकार आसिफ नजरूल ने कहा कि अगर भारत उन्हें वापस भेजने से इनकार करता है, तो यह दोनों देशों के बीच प्रत्यर्पण संधि का उल्लंघन होगा।
भारत में रह रही हैं शेख हसीना
शेख हसीना पिछले साल अगस्त से भारत में हैं। अवामी लीग की 16 साल पुरानी सरकार गिरने और छात्रों के आंदोलन के बाद उन्होंने भारत में शरण ली थी। अंतरिम सरकार का कहना है कि अगर भारत ने सहयोग नहीं किया, तो वह अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी मामला उठाएगी।
भारत-विरोधी माहौल की चिंता
शेख हसीना के सत्ता से बाहर होने के बाद बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले और भारत-विरोधी गतिविधियों की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। अब आईएसआई के प्रतिनिधियों का दौरा इन आशंकाओं को और बढ़ा रहा है। भारत और बांग्लादेश के बीच रिश्तों पर इसका क्या असर पड़ेगा, यह देखने वाली बात होगी।