Bengaluru में एक महिला को कार चलाते समय लैपटॉप इस्तेमाल करना भारी पड़ा। ट्रैफिक पुलिस ने महिला को नियम तोड़ने पर जुर्माना लगाया। यह मामला 12 फरवरी को सामने आया, जब बेंगलुरु नॉर्थ ट्रैफिक डीसीपी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें महिला गाड़ी चलाते हुए लैपटॉप पर काम कर रही थी।
पुलिस ने इस घटना की तस्वीरें भी पोस्ट कीं, जिसमें महिला को जुर्माना भरते हुए देखा जा सकता है। ट्रैफिक पुलिस ने अपने पोस्ट में लिखा, “वर्क फ्रॉम होम करें, कार से नहीं!”
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसे सड़क पर चल रहे अन्य लोगों ने रिकॉर्ड किया था। वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों की अलग-अलग reactions देखने को मिला। कुछ लोगों ने महिला का ड्राइविंग लाइसेंस रद्द करने की मांग की, तो कुछ ने उसके ऑफिस और बॉस को जिम्मेदार ठहराया।
एक यूजर ने लिखा, “इसका लाइसेंस तुरंत कैंसिल कर देना चाहिए!” वहीं, एक अन्य ने कहा, “गलती कर्मचारी की है या कंपनी की?”
बेंगलुरु की ट्रैफिक समस्या को लेकर भी बहस छिड़ गई। एक व्यक्ति ने लिखा, “कल 17 किमी के सफर में 2 घंटे लग गए, रोज 4 घंटे ट्रैफिक में फंसते हैं, काम भी पूरा करना होता है और परिवार का भी ध्यान रखना पड़ता है। ऊपर से सीईओ 70 घंटे काम करने की बात करते हैं, ऐसे में सोएं कब, खाएं कब?”
कुछ लोगों ने महिला की कंपनी और उसके बॉस पर कार्रवाई की मांग की। एक यूजर ने लिखा, “महिला के सीईओ और मैनेजर का नाम सार्वजनिक होना चाहिए और उन पर एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। कंपनियां 90 घंटे काम करवाने की बात करती हैं और कर्मचारी इस दबाव में नियम तोड़ने को मजबूर हो जाते हैं!”
हालांकि, कुछ लोगों ने यह भी पूछा कि अगर महिला कार के इंफोटेनमेंट सिस्टम से वीडियो कॉल अटेंड करती, तो क्या तब भी यह गलत माना जाता? लोगों के बीच इस घटना को लेकर चर्चाएं जारी हैं, लेकिन ट्रैफिक नियमों की अनदेखी को लेकर पुलिस का रुख सख्त है।
नोट: हम बिजनेस हेडलाइन (BH) में अपनी नैतिकता को बहुत गंभीरता से लेते हैं। इस बारे में अधिक जानकारी यहाँ प्राप्त की जा सकती है।