ब्रिटेन की उप प्रधानमंत्री और हाउसिंग सेक्रेटरी एंजेला रेयनर ने शुक्रवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने यह फैसला एक स्वतंत्र जांच की रिपोर्ट के बाद लिया, जिसमें यह सामने आया कि उन्होंने एक संपत्ति की खरीद के दौरान स्टैम्प ड्यूटी सही तरीके से नहीं चुकाई थी। इस घटना को प्रधानमंत्री कीर स्टारमर और उनकी लेबर सरकार के लिए आगामी आम चुनावों से पहले बड़ा झटका माना जा रहा है।
जांच में पाया गया कि रेयनर ने उस समय उन्हें दी गई कानूनी सलाह का पूरी तरह पालन नहीं किया। रिपोर्ट में कहा गया कि उन्होंने मंत्री आचार संहिता (Ministerial Code) का उल्लंघन किया, क्योंकि उन्हें दी गई चेतावनी के बावजूद उन्होंने जरूरी कार्रवाई नहीं की।
रेयनर ने अपने इस्तीफे में कहा, “मैं जांच के निष्कर्षों को स्वीकार करती हूं और उस आधार पर मैंने अपने पद से हटने का फैसला किया है।”
बुधवार को उन्होंने स्वीकार किया कि जब उन्होंने एक फ्लैट खरीदा था, तब उन्होंने स्टैम्प ड्यूटी की सही राशि का भुगतान नहीं किया था। यह खुलासा ऐसे समय में हुआ जब उन पर मीडिया और विपक्ष की ओर से लगातार दबाव बढ़ रहा था। उन्होंने खुद को सरकार के एथिक्स सलाहकार के सामने प्रस्तुत किया ताकि यह पता चल सके कि क्या उन्होंने मंत्री आचार संहिता का उल्लंघन किया है।
45 वर्षीय रेयनर ने इस गलती के लिए “गलत कानूनी सलाह” को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि उन्होंने HMRC (ब्रिटेन की कर एजेंसी) से संपर्क कर मामले को सुधारने की कोशिश की है। उन्होंने यह भी बताया कि इस प्रकरण के बाद उन्होंने अपने परिवार से इस्तीफे की संभावना पर चर्चा की थी।
एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, “मैं वास्तव में सदमे में थी क्योंकि मुझे लगा था कि मैंने सब कुछ सही तरीके से किया है।”
खबरों के मुताबिक, रेयनर ने दक्षिणी इंग्लैंड के होव में एक फ्लैट खरीदते समय लगभग £40,000 की स्टैम्प ड्यूटी से बचने के लिए एक अन्य संपत्ति से अपना नाम हटा दिया था। इंटरव्यूज़ में उन्होंने बताया कि जिस कानूनी सलाह पर उन्होंने भरोसा किया, उसमें उनके व्यक्तिगत हालात जैसे उनके विकलांग बेटे के लिए बनाए गए ट्रस्ट फंड को पूरी तरह ध्यान में नहीं रखा गया।
प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने इस सप्ताह की शुरुआत में संसद में रेयनर का बचाव करते हुए कहा था कि उन्हें उनके साथ बैठने पर गर्व है और उन्होंने अपने मामले में “जरूरत से ज्यादा स्पष्टता” दिखाई है।
हालांकि, प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से बाद में कहा गया कि यदि टैक्स अधिकारियों द्वारा कोई बकाया राशि पाई जाती है तो रेयनर को “वह चुकानी चाहिए जो देय है”।
एंजेला रेयनर के इस्तीफे ने ब्रिटिश राजनीति में एक बड़ा मोड़ ला दिया है, खासकर तब जब देश में कुछ ही महीनों में आम चुनाव होने वाले हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि लेबर पार्टी इस संकट से कैसे उबरती है और प्रधानमंत्री स्टारमर किसे रेयनर की जगह नियुक्त करते हैं।