यह घटना ट्रेन के कोच A1 में हुई, जहां TTE एसबी लम्भाटे ने महिला से टिकट दिखाने को कहा था। महिला धामणगांव से ट्रेन में चढ़ी थी और सीट नंबर 49 पर बैठी थी। जब उसे सीट खाली करने को कहा गया तो वह गुस्से में आग-बबूला हो गई।
TTE की सूचना पर अकोला स्टेशन पर RPF के कांस्टेबल वाघ और ASI चांदुरकर ने ट्रेन में चेकिंग की। लेकिन महिला किसी की बात मानने को तैयार नहीं थी और लगातार बदतमीजी कर रही थी। उस समय कोई महिला स्टाफ मौजूद नहीं थी, इसलिए तुरंत हिरासत में नहीं लिया जा सका।
“I am wearing a Burqa. So I will neither buy a train ticket and I will not show anything to anyone”
Said a Muslim woman who was traveling in an AC 2 tier coach without a ticket.
Now Abdullis thinking that train is property of Waqf.
This is the payoff of secularism in India. pic.twitter.com/2cdAcJOvjB
— Sunanda Roy 👑 (@SaffronSunanda) April 8, 2025
इसके बाद ट्रेन को शेगांव स्टेशन तक पहुंचाया गया, जहां महिला कांस्टेबल निकिता तेलगोटे और टीसी कविता पवार को तैनात किया गया। इन दोनों ने महिला से बात की और उसे समझाकर कोच खाली करवाया गया।
हालांकि रात में अकेली होने के कारण महिला को हिरासत में नहीं लिया गया, लेकिन RPF ने महिला कांस्टेबल की मौजूदगी में उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। लोग इस पर नाराजगी जता रहे हैं और सवाल पूछ रहे हैं कि ट्रेन में स्टाफ की इज्जत से खिलवाड़ कब तक चलता रहेगा।
रेलवे और RPF अब इस मामले की जांच कर रही है और महिला के व्यवहार को लेकर कानूनी कार्रवाई की जा रही है।