26 मार्च 2025 को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने पूर्व छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री Bhupesh Baghel के Raipur और Bhilai स्थित आवासों पर छापेमारी की।
इसके अलावा, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और Baghel के एक करीबी सहयोगी के आवासों पर भी तलाशी ली गई।
(CBI) सीबीआई ने अभी तक इन छापों के पीछे के कारणों का खुलासा नहीं किया है। हालांकि, यह कार्रवाई प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा इसी महीने की शुरुआत में Baghel और उनके बेटे के आवासों पर की गई छापेमारी के बाद हुई है, जो एक कथित शराब घोटाले से संबंधित थी।
26 मार्च 2025 को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने पूर्व छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री Bhupesh Baghel के Raipur और Bhilai स्थित आवासों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा पहले की गई छापेमारी के बाद हुई, जिसमें Baghel और उनके बेटे के खिलाफ शराब घोटाले से जुड़े आरोपों की जांच हो रही थी।
ED ने इस घोटाले में 2000 करोड़ रुपये के वित्तीय लेनदेन की जांच की थी, जिसमें कई अधिकारियों और राजनेताओं की संलिप्तता की बात सामने आई थी।
(CBI)सीबीआई की इस कार्रवाई से राजनीतिक माहौल गरमा गया है। बघेल ने इस छापेमारी को विपक्ष को कमजोर करने की साजिश बताया है।
मार्च 10, 2025 को ईडी ने दुर्ग जिले में 14 स्थानों पर छापेमारी की थी, जिसमें बघेल और उनके बेटे के आवास शामिल थे। ईडी के सूत्रों के अनुसार, चैतन्य बघेल पर इस कथित घोटाले से उत्पन्न अपराध की आय प्राप्त करने का आरोप है।
(ED) ईडी की छापेमारी के दौरान, बघेल के आवास से लगभग ₹33 लाख नकद बरामद किए गए थे। इसके बाद, ईडी की टीम पर कांग्रेस समर्थकों द्वारा हमला किए जाने की भी खबरें आई थीं।
Bhupesh Baghel ने इन छापों की निंदा करते हुए कहा कि यह कार्रवाई बिना चुनाव आयोग की अनुमति के की गई और इसे मीडिया में सनसनी फैलाने के उद्देश्य से किया गया है।
वर्तमान में, (CBI) सीबीआई की छापेमारी के संबंध में अधिक जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है।