Eid-Ul-Fitr का चांद नजर आते ही देशभर में जश्न का माहौल बन गया। मस्जिदों और ईदगाहों में नमाज अदा की गई, लोग एक-दूसरे को गले लगाकर मुबारकबाद देने लगे। लेकिन इस खुशी के माहौल के बीच कुछ जगहों पर विरोध प्रदर्शन भी देखने को मिले, जिससे त्योहार की रौनक के साथ हलचल भी बढ़ गई।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) Chief Asaduddin Owaisi ने देशवासियों को ईद की शुभकामनाएं देते हुए शांति और न्याय की दुआ मांगी। वहीं, Samajwadi Party के अध्यक्ष Akhilesh Yadav ने भी सभी को Eid की मुबारकबाद देते हुए कहा, “यह हमारे देश की खूबसूरती है कि अलग-अलग धर्मों के लोग मिल-जुलकर त्योहार मनाते हैं।”
Delhi की ऐतिहासिक जामा मस्जिद से लेकर आगरा के ताजमहल के पास तक, हर जगह ईद की नमाज अदा की गई। Gujarat के वडोदरा, उत्तर प्रदेश के Ghaziabad और अन्य शहरों में भी हजारों लोग ईदगाहों और मस्जिदों में जुटे। लेकिन इस बीच Hyderabad और Lucknow के कुछ इलाकों में वक्फ बोर्ड संशोधन बिल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी हुआ।
Hyderabad के Sayeedabad स्थित उजाले शाह ईदगाह के बाहर कुछ लोगों ने काली पट्टियां बांधकर प्रदर्शन किया, जबकि Lucknow के ऐशबाग ईदगाह में भी कुछ लोगों ने विरोध जताया। इन प्रदर्शनों के कारण प्रशासन को सतर्कता बढ़ानी पड़ी और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए।
Eid-ul-Fitr का त्योहार रमजान के पूरे महीने रोजा रखने के बाद आता है। इस दिन लोग न सिर्फ खुशियां बांटते हैं बल्कि गरीबों और जरूरतमंदों की मदद के लिए जकात और फितरा भी देते हैं। हर साल की तरह इस बार भी कई जगहों पर गरीबों को कपड़े, खाना और पैसे देकर मदद की गई।
Eid के इस मौके पर जहां एक तरफ भाईचारे और प्यार का पैगाम दिया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ विरोध प्रदर्शनों ने हलचल मचा दी है। हालांकि, प्रशासन की कड़ी निगरानी के बीच त्योहार शांतिपूर्ण तरीके से मनाया जा रहा है।
