दिलगौरी मोड़ मोहल्ले थाना क्षेत्र के वार्ड संख्या 14 में बुधवार दोपहर एक घर में अचानक आग लग गई। आग तेजी से तीन कमरों तक फैल गई। किरायेदार पंकज कुमार के घर में रखा गैस सिलेंडर उसी समय फट गया। बाद में घर में बाइक की टंकी और तीन अतिरिक्त सिलेंडर भी फट गए। धमाके की आवाज पूरे मोहल्ले में फैल गई। इस दुर्घटना में एक बच्चा जलकर मर गया और दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। मृत व्यक्ति का नाम अंकित कुमार था, जो शाहाबाद निवासी मिथलेश साह का चार वर्षीय पुत्र था।
मृतक अपने कमरे में चौकी के नीचे सो रहा था. सूचना मिलते ही सुल्तानगंज थानाध्यक्ष विवेक कुमार जायसवाल दल-बल और छोटी अग्निशामक वाहन के साथ मौके पर पहुंचे. घंटों की कोशिश के बाद जिला फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक पूरा घर जल चुका था।
स्थानीय लोगों का कहना है कि खगड़िया जिले के अगुवानी निवासी सुभाष यादव ने इसे किराए पर लिया था। तीन लोग लगभग दस वर्षों से इसमें रह रहे थे: मिरहट्टी निवासी पंकज कुमार साह, कुर्सेला पोठिया निवासी अमित कुमार और दिवंगत राजेंद्र साह की पत्नी बीना देवी।
जैसा कि प्रत्यक्षदर्शी संजीव कुमार साह ने बताया, पंकज कुमार की पत्नी स्वीटी कुमारी अपने कमरे में खाना बना रही थीं, तभी गैस रिसाव से आग लग गई, जो बाद में विकराल हो गई। कुछ ही देर में पूरी इमारत में आग फैल गई।
थानाध्यक्ष विवेक कुमार जायसवाल और स्थानीय लोगों ने साहसपूर्वक मकान में रह रहे कुछ लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला, जिसमें थानाध्यक्ष को गंभीर चोटें आईं।
हालाँकि, पुलिस ने बच्चे के शव को गिरफ्तार कर पोस्टमार्टम के लिए भागलपुर भेजा है और मामले की जांच में जुट गई है।
बहादुरी से थानाध्यक्ष विवेक कुमार जायसवाल और स्थानीय लोगों ने घर में फंसे लोगों को निकाला, जिससे कई जिंदगियाँ बचाई गईं। थानाध्यक्ष को इस दौरान गंभीर चोटें आईं, लेकिन उनकी साहस की प्रशंसा की गई। एक बच्चे का शव पुलिस ने बरामद कर भागलपुर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। घटना के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की है ताकि वजहों का पता लगाया जा सके और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके। यह घटना दिखाती है कि कैसे समुदाय और पुलिस ने मिलकर जान बचाईं।