कनाडा की एक अदालत ने चार भारतीय नागरिकों को जमानत दी है, जो प्र-खालिस्तान सिख उग्रवादी हारदीप सिंह निज्जर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किए गए थे। इन चारों आरोपियों में करण ब्रार, अमनदीप सिंह, कमलप्रीत सिंह और करणप्रीत सिंह शामिल हैं, जिनके खिलाफ पहले दर्जे की हत्या और हत्या की साजिश का मामला दर्ज किया गया था।
करण ब्रार, कमलप्रीत सिंह और करणप्रीत सिंह को मई 2023 में एडीमंटन से गिरफ्तार किया गया था, जबकि अमनदीप सिंह, जो कि ब्रैम्पटन के निवासी हैं, कुछ दिन बाद पकड़े गए।
चारों आरोपियों का ट्रायल अब ब्रिटिश कोलंबिया सुप्रीम कोर्ट में स्थानांतरित कर दिया गया है, और अगली सुनवाई 11 फरवरी को निर्धारित की गई है। आरोपियों को जमानत इस आधार पर दी गई है कि उनके खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य नहीं हैं।
निज्जर की हत्या 18 जून 2023 को सुरे, ब्रिटिश कोलंबिया में स्थित एक गुरुद्वारा के बाहर की गई थी। इस हत्या के बाद भारत और कनाडा के बीच कड़ी कूटनीतिक तनाव उत्पन्न हुआ, जब कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सितंबर 2023 में आरोप लगाया कि भारतीय एजेंट्स इस हत्या में शामिल हो सकते हैं।
इस मामले की जांच में कनाडा और भारत के बीच अक्टूबर 2023 में एक बड़ा कूटनीतिक विवाद खड़ा हो गया, जब जस्टिन ट्रूडो सरकार ने संजय कुमार वर्मा का नाम इस मामले में जोड़ा, जिसके बाद भारतीय सरकार ने कनाडा से उच्चायुक्त और अन्य राजनयिकों को वापस बुला लिया और छह कनाडाई राजनयिकों को निष्कासित कर दिया।
भारत ने इस मामले में ओटावा द्वारा लगाए गए आरोपों को मजबूत शब्दों में खारिज किया है।
