महाराष्ट्र के पुणे में इन दिनों GBS (गुलेन बैरी सिंड्रोम) नामक खतरनाक बीमारी तेजी से फैल रही है। इस बीमारी के कारण एक व्यक्ति की मौत भी हो चुकी है, वहीं सैकड़ों लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। GBS एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है, जिसमें इम्यून सिस्टम अपने ही शरीर के स्वस्थ सेल्स पर हमला करता है। पुणे में इस बीमारी के कारण 100 से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं, जिनमें बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक शामिल हैं। इसके अलावा, 16 लोग वेंटिलेटर पर भी पहुंच गए हैं।
GBS और फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट की मौत का कनेक्शन
GBS के बारे में एक important fact यह है कि यह बीमारी पहले अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट की मौत से जुड़ी है। एक research में यह बात सामने आई थी कि रूजवेल्ट की मौत पोलियो के कारण नहीं, बल्कि GBS के कारण हुई थी। डॉक्टर आर्मंड एस गोल्डमैन और उनकी टीम ने जब रूजवेल्ट के लक्षणों का विश्लेषण किया, तो पाया कि पोलियो के लक्षण और उनकी उम्र से यह संभावना न के बराबर थी। इसके बजाय, उनकी बीमारी के लक्षण GBS से मेल खाते थे, जैसे कि पैर में तेज दर्द और शरीर के ऊपरी हिस्से पर असर न होना।
GBS के लक्षण और सावधानियां
GBS बीमारी के लक्षणों में शरीर में कमजोरी, पैरालिसिस, दर्द और तंत्रिका तंत्र के प्रभावित होने जैसी समस्याएँ शामिल हैं। इस बीमारी की शुरुआत हल्के infection से हो सकती है और यह किसी भी आयु वर्ग को प्रभावित कर सकती है। पुणे में इसके बढ़ते मामलों को देखकर राज्य और केंद्र सरकार दोनों ही अलर्ट हो गए हैं और इसके नियंत्रण के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
GBS एक गंभीर बीमारी है, जिसे हल्के में नहीं लिया जा सकता। इससे बचाव के लिए नियमित जांच और इलाज की जरूरत है। डॉक्टर्स का कहना है कि किसी भी तरह के तंत्रिका संबंधित लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और समय रहते चिकित्सा सहायता प्राप्त करनी चाहिए।