आज, 8 जनवरी को सोने के दाम में तीसरे दिन भी कोई बदलाव नहीं हुआ और 24 कैरेट सोने की कीमत ₹78,700 प्रति 10 ग्राम पर स्थिर रही। वैश्विक संकेतों और पतली ट्रेडिंग वॉल्यूम के बीच सोने की कीमतों में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं आया। वहीं, चांदी की कीमतों में ₹1,200 की बढ़त देखी गई, जो अब प्रमुख भारतीय शहरों में ₹92,600 प्रति किलो पर पहुंच गई है। चांदी की कीमतों में यह वृद्धि मुख्य रूप से कमजोर रुपये और औद्योगिक उपयोगकर्ताओं से मांग बढ़ने के कारण हुई है।
सोने की कीमतों में स्थिरता
आज सुबह के कारोबार में सोने के दाम स्थिर रहे क्योंकि निवेशक US फेडरल रिजर्व की मिनट्स जारी होने से पहले सतर्क थे। वैश्विक बाजारों में सोने की कीमतें सीमित रेंज में उतार-चढ़ाव कर रही थीं, क्योंकि कुछ असमंजसपूर्ण और विपरीत संकेत एक साथ थे। US व्यापार नीति के कारण सोने को एक सुरक्षित निवेश के रूप में समर्थन मिल रहा है, जबकि दूसरी ओर US डॉलर की मजबूती और बॉन्ड यील्ड्स में वृद्धि सोने की कीमतों पर दबाव डाल रही हैं।
भारतीय बाजार में भी कमजोर रुपये का समर्थन सोने के लिए सकारात्मक रहा है, लेकिन कम ट्रेडिंग और मांग की कमी ने इसकी बढ़त को सीमित किया है। स्पॉट गोल्ड आज 0.04% घटकर $2,647 प्रति औंस हो गया, और यह $2,645 से $2,651 प्रति औंस के बीच सीमित दायरे में व्यापार कर रहा था।
भारत में सोने की कीमतें
यहां प्रमुख भारतीय शहरों में सोने के दाम दिए गए हैं:
शहर | 22K सोना (प्रति 10 ग्राम) | 24K सोना (प्रति 10 ग्राम) |
---|---|---|
दिल्ली | ₹72,290 | ₹78,850 |
मुंबई | ₹72,140 | ₹78,700 |
चेन्नई | ₹72,140 | ₹78,700 |
कोलकाता | ₹72,140 | ₹78,700 |
आज मुंबई में 24 कैरेट सोना ₹78,700 प्रति 10 ग्राम पर बना हुआ है, जबकि 22 कैरेट सोना ₹72,140 प्रति 10 ग्राम पर बिक रहा है।
चांदी की कीमतों में बढ़त
चांदी की कीमतें आज ₹1,200 बढ़कर प्रमुख भारतीय शहरों में ₹92,600 प्रति किलो हो गईं। इस वृद्धि का मुख्य कारण कमजोर रुपये और औद्योगिक उपयोगकर्ताओं से कुछ मांग में सुधार था। वैश्विक बाजारों में चांदी की कीमत $30 प्रति औंस से ऊपर रही, जो स्थानीय बाजारों में भी इसकी कीमतों को बढ़ाने में सहायक रही।
स्पॉट चांदी 0.14% बढ़कर $30.10 प्रति औंस हो गई, और यह $30.01 से $30.15 प्रति औंस के बीच व्यापार कर रही थी। वैश्विक ट्रेंड्स और भारत में औद्योगिक मांग में सुधार से चांदी की कीमतों को समर्थन मिल रहा है।
भारत में चांदी की कीमतें
यहां प्रमुख भारतीय शहरों में चांदी की कीमतें दी गई हैं:
शहर | चांदी की कीमत (प्रति किलो) |
---|---|
दिल्ली | ₹92,600 |
मुंबई | ₹92,600 |
चेन्नई | ₹100,100 |
कोलकाता | ₹92,600 |
मुंबई और दिल्ली में चांदी ₹92,600 प्रति किलो पर बिक रही है, जबकि चेन्नई में यह ₹100,100 प्रति किलो है।
सोने और चांदी की कीमतों की तुलना इस सप्ताह
सोने की कीमतें तीसरे दिन भी स्थिर बनी रहीं, जो मुख्य रूप से कम ट्रेडिंग वॉल्यूम और मिलेजुले वैश्विक संकेतों के कारण हैं। US डॉलर की मजबूती सोने की बढ़त को सीमित कर रही है, जबकि कुछ सुरक्षित निवेश की मांग सोने का समर्थन कर रही है। चांदी की कीमतों में आज सुधार देखने को मिला, जो दो दिनों के ठंडे पड़े रहने के बाद हुई है, और यह स्थानीय मांग और मजबूत वैश्विक ट्रेंड्स के कारण हुआ।
यहां इस सप्ताह सोने और चांदी की कीमतों की तुलना दी गई है:
तारीख | 22K सोना (प्रति 10 ग्राम) | 24K सोना (प्रति 10 ग्राम) | चांदी की कीमत (प्रति किलो) |
---|---|---|---|
8 जनवरी | ₹72,140 | ₹78,700 | ₹92,600 |
7 जनवरी | ₹72,140 | ₹78,700 | ₹91,400 |
6 जनवरी | ₹72,140 | ₹78,700 | ₹91,400 |
4 जनवरी | ₹72,150 | ₹78,710 | ₹91,500 |
3 जनवरी | ₹71,810 | ₹78,340 | ₹90,400 |
2 जनवरी | ₹71,510 | ₹78,010 | ₹90,400 |
सोने और चांदी की कीमतों का दृष्टिकोण
- सोना: सोने की कीमतों का आउटलुक अभी सतर्क है, क्योंकि वैश्विक बाजारों में असमंजसपूर्ण संकेत हैं और US डॉलर की मजबूती और बॉन्ड यील्ड्स की बढ़त से सोने पर दबाव बना हुआ है। हालांकि, सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की मांग बनी हुई है, जो इसे एक सीमित सीमा में समर्थन प्रदान कर रही है।
- चांदी: चांदी की कीमतों में वृद्धि की संभावना बनी हुई है, विशेषकर यदि औद्योगिक मांग में सुधार जारी रहता है और रुपये में कमजोरी बनी रहती है। वैश्विक ट्रेंड्स और चांदी की $30 प्रति औंस से ऊपर की कीमत इसे स्थानीय बाजारों में मजबूत बनाए रख सकती है।
आज की स्थिति में सोने की कीमतों में स्थिरता बनी हुई है, और वैश्विक संकेतों के अनुसार इसमें ज्यादा बदलाव नहीं आ रहा। कमजोर रुपये के कारण चांदी की कीमतों में वृद्धि हुई है, और औद्योगिक मांग में सुधार से इसे समर्थन मिला है।
जो निवेशक या उपभोक्ता सोने और चांदी की खरीदारी करने का सोच रहे हैं, उनके लिए यह समय लाभकारी हो सकता है, क्योंकि वैश्विक बाजारों में उतार-चढ़ाव के कारण इन धातुओं की कीमतों में और बदलाव हो सकता है। वैश्विक संकेतों और US डॉलर की चाल पर ध्यान रखना अहम होगा, ताकि इन कीमती धातुओं के दामों की भविष्यवाणी की जा सके।