वैश्विक बाजारों में चल रहे भू-राजनीतिक तनाव और आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच भारतीय बाजार में सोने-चांदी की कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। हाल ही में सोना पहली बार ₹1 लाख प्रति 10 ग्राम के ऐतिहासिक स्तर को छूकर चर्चा में आया था, लेकिन इसके बाद कीमतों में गिरावट का सिलसिला शुरू हो गया। इसके बावजूद, बाजार में सोना और चांदी निवेशकों के लिए सुरक्षित और आकर्षक विकल्प बने हुए हैं।
सोने-चांदी की मौजूदा स्थिति
2 मई 2025, शुक्रवार की सुबह 7:40 बजे के अनुसार, मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोना ₹92,390 प्रति 10 ग्राम की दर से कारोबार कर रहा है। इसमें ₹51 की मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वहीं, चांदी की कीमत ₹94,875 प्रति किलोग्राम है, जो ₹146 की तेजी को दर्शाता है।
इंडियन बुलियन एसोसिएशन (IBA) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, 24 कैरेट सोना सुबह ₹92,660 प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था, जबकि 22 कैरेट सोना ₹84,938 प्रति 10 ग्राम के स्तर पर देखा गया। चांदी (सिल्वर फाइन 999) का रेट ₹94,930 प्रति किलो के करीब रहा।
शहर दर शहर सोने-चांदी की कीमतें
मुंबई:
भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में बुलियन पर सोने की कीमत ₹92,490 प्रति 10 ग्राम रही, जबकि एमसीएक्स पर यह ₹92,390 रही। चांदी की बात करें तो बुलियन मार्केट में ₹94,760 और एमसीएक्स पर ₹94,875 प्रति किलो रही।
बेंगलुरु:
यहां बुलियन पर सोना ₹92,570 प्रति 10 ग्राम रहा, जबकि एमसीएक्स रेट ₹92,390 रहा। चांदी के दाम बुलियन पर ₹94,840 और एमसीएक्स पर ₹94,875 प्रति किलो दर्ज किए गए।
दिल्ली:
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बुलियन पर सोना ₹92,330 प्रति 10 ग्राम और एमसीएक्स पर ₹92,390 रहा। चांदी की कीमत बुलियन में ₹94,600 और एमसीएक्स में ₹94,875 रही।
चेन्नई:
दक्षिण भारत के प्रमुख बाजार चेन्नई में बुलियन पर सोने का रेट ₹92,760 रहा, जबकि एमसीएक्स पर यह ₹92,390 रहा। वहीं चांदी बुलियन पर ₹95,040 और एमसीएक्स पर ₹94,875 प्रति किलो के भाव पर रही।
कोलकाता:
यहां बुलियन पर सोना ₹92,370 और एमसीएक्स पर ₹92,390 रहा। चांदी की कीमत बुलियन पर ₹94,640 और एमसीएक्स पर ₹94,875 प्रति किलो दर्ज की गई।
क्यों बना हुआ है सोना निवेशकों की पसंद?
सोने को सदियों से सुरक्षित निवेश माना गया है। जब भी शेयर बाजारों में अनिश्चितता, वैश्विक संकट या मुद्रास्फीति बढ़ती है, तो निवेशक स्वर्ण में निवेश को प्राथमिकता देते हैं। हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव, साथ ही मध्य-पूर्व में जारी संघर्षों और अमेरिका-चीन व्यापार तनाव जैसे अंतरराष्ट्रीय हालातों के चलते सोने की कीमतों में तेजी आई थी।
विशेषज्ञों की राय
वित्तीय विशेषज्ञों के अनुसार, सोने-चांदी की कीमतें आने वाले समय में और भी उतार-चढ़ाव झेल सकती हैं। फिर भी, लंबी अवधि में सोने में निवेश फायदेमंद साबित हो सकता है, खासकर ऐसे समय में जब वैश्विक बाजारों में अस्थिरता बनी हुई है।
