हरियाणा में बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक बड़ी खबर आई है। अब उन्हें बिजली की खपत पर ज्यादा पैसे चुकाने होंगे। दरअसल, हरियाणा इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कंपनी (HERC) ने बिजली के नए टैरिफ तय किए हैं, जिनमें पिछले साल के मुकाबले प्रति किलोवॉट 20-30 पैसे की बढ़ोतरी की गई है।
घरेलू उपभोक्ताओं के लिए नई दरें:
हरियाणा के घरेलू उपभोक्ताओं के लिए बिजली के दामों में 20 पैसे की बढ़ोतरी की गई है। अब 0 से 50 यूनिट तक की खपत के लिए उपभोक्ताओं को 2.20 रुपये प्रति किलोवॉट देने होंगे, जो पहले 2 रुपये थे। इसी तरह, 51 से 100 यूनिट तक की खपत पर 2.50 रुपये की जगह अब 2.70 रुपये प्रति किलोवॉट देने होंगे।
100 यूनिट से ज्यादा की खपत पर नई दरें:
नए टैरिफ के अनुसार, 100 यूनिट से ज्यादा की खपत पर 0-150 यूनिट के लिए 2.95 रुपये प्रति किलोवॉट की दर होगी। इसके अलावा, 151-300 यूनिट के स्लैब के लिए दर 5.25 रुपये प्रति किलोवॉट घंटा होगी, 301 से 500 यूनिट तक यह दर 6.45 रुपये प्रति किलोवॉट घंटा होगी, और 500 यूनिट से ज्यादा की खपत पर यह दर 7.10 रुपये प्रति किलोवॉट घंटा होगी।
नए टैरिफ का असर:
मंगलवार (1 अप्रैल) को हरियाणा विद्युत आयोग ने बिजली के नए टैरिफ की लिस्ट जारी की। नए टैरिफ में वित्त वर्ष 2020-21 में श्रेणी-I के लिए टैरिफ 2.70 रुपये प्रति यूनिट से घटाकर 2 रुपये (0-50 यूनिट प्रति माह) किया गया था, और 51 यूनिट से 100 यूनिट तक की खपत के मामले में टैरिफ 4.50 रुपये प्रति यूनिट से घटाकर 2.50 रुपये प्रति यूनिट किया गया था। हालांकि, अब इसे फिर से बढ़ाकर 2.20 रुपये और 2.70 रुपये प्रति यूनिट कर दिया गया है।
नया टैरिफ और राहत:
नया टैरिफ स्ट्रक्चर उपभोक्ताओं के लिए राहत का भी कारण बना है, क्योंकि इसमें नए मासिक शुल्क (MMR) के बोझ को समाप्त कर दिया गया है। इसके अलावा, दो-भागीय टैरिफ व्यवस्था भी शुरू की गई है, जिसमें 300 यूनिट तक मासिक ऊर्जा खपत वाले घरेलू उपभोक्ताओं पर कोई निश्चित शुल्क नहीं लगाया जाएगा।
पड़ोसी राज्यों में सबसे सस्ता टैरिफ:
यह भी ध्यान देने योग्य है कि हरियाणा में घरेलू उपभोक्ताओं के लिए टैरिफ अभी भी पड़ोसी राज्यों के मुकाबले सबसे सस्ता है। हालांकि, यह वृद्धि उपभोक्ताओं के लिए थोड़ी महंगी साबित हो सकती है, खासकर उन उपभोक्ताओं के लिए जिनकी खपत 100 यूनिट से ज्यादा है।
