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Friday, August 1, 2025

जम्मू-कश्मीर: बांदीपोरा में संदिग्ध IED बरामद, पुलिस ने क्षेत्र को घेर लिया

जम्मू और कश्मीर के बांदीपोरा जिले में पुलिस ने एक संदिग्ध इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) पाया। यह आईईडी बांदीपोरा-श्रीनगर रोड पर मिला, इसलिए पुलिस ने बम निरोधक दस्ते को मौके पर भेजा। घटना से क्षेत्र में तनाव बढ़ा, लेकिन पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करके किसी भी नुकसान से बचाव किया। हालाँकि, इस बारे में अधिक जानकारी मिलने की उम्मीद है।

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19 मार्च 2025 को जम्मू और कश्मीर के बांदीपोरा जिले में पुलिस ने एक संदिग्ध इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) पाया। यह आईईडी बांदीपोरा-श्रीनगर रोड पर मिला, इसलिए पुलिस ने बम निरोधक दस्ते को मौके पर भेजा। घटना से क्षेत्र में तनाव बढ़ा, लेकिन पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करके किसी भी नुकसान से बचाव किया। हालाँकि, इस बारे में अधिक जानकारी मिलने की उम्मीद है।

IEDs आतंकवादी संगठनों द्वारा सड़क पर विस्फोट करने के लिए अक्सर उपयोग किए जाते हैं, जो सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा है। सुरक्षा बलों की तत्परता और सतर्कता इस तरह की घटनाओं को समय रहते रोकने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस तरह के खतरों का लगातार मिलना, बांदीपोरा क्षेत्र में सुरक्षा बलों की सख्ती के बावजूद, यह दर्शाता है कि आतंकवादी संगठन अभी भी सक्रिय हैं और अपने घातक लक्ष्यों को पूरा करने के लिए नई-नई योजनाएँ बना रहे हैं।

उस दिन राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जम्मू में सीमा पार से आतंकवादियों की घुसपैठ से संबंधित एक मामले में छापेमारी की। जम्मू में एनआईए ने 12 ओवरग्राउंड वर्कर्स (OGW) और हाइब्रिड आतंकवादियों के स्थानों पर छापेमारी की। आतंकवादियों के समर्थकों और कार्यकर्ताओं के स्थानों पर भी तलाशी की जाती थी। यह छापेमारी अभियान आतंकवादियों को पकड़ना और उनकी गतिविधियों को रोकना था।

इस कार्रवाई से स्पष्ट होता है कि सुरक्षा बल आतंकवादियों के नेटवर्क को समाप्त करने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। ये छापेमारी आतंकवादियों को चेतावनी देती है और आम लोगों में सुरक्षा का भरोसा जगाती है। जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ अभियानों में सुरक्षा बलों की यह कठोर कार्रवाई आतंकवादियों के नेटवर्क को ध्वस्त करने में मदद करती है और राज्य में शांति और सुरक्षा कायम रखने में भी महत्वपूर्ण है।

इससे पहले, सोमवार को जम्मू-कश्मीर पुलिस और भारतीय सेना ने एक आतंकवादी को हंदवाड़ा जिले के खुरमुर जंगल में एक संयुक्त अभियान में मारा था। सुरक्षा बलों को आतंकवादियों की उपस्थिति के बारे में मिली खुफिया जानकारी ने इस अभियान को प्रेरित किया। इस अभियान की सफलता ने सुरक्षा बलों का मनोबल बढ़ा दिया और यह साबित किया कि आतंकवादियों के मंसूबे सफल नहीं हो सकते जब तक सुरक्षा बल सक्रिय हैं।

कुल मिलाकर, जम्मू और कश्मीर में सुरक्षा बलों की निरंतर कार्रवाई यह दिखाती है कि राज्य में आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई जारी है और इन घातक योजनाओं को किसी भी कीमत पर असफल किया जाएगा। यह देश की सुरक्षा के प्रति सुरक्षा बलों की प्रतिबद्धता को दर्शाता है और राज्य की शांति और सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

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