केंद्रीय मंत्री Jyotiraditya Scindia ने Tuesday को Congress पर निशाना साधते हुए कहा कि 25 जून को, जब 1975 में Emergency लगाई गई थी, उस दिन को Congress को हर साल “पछतावे का दिन” (Day of Repentance) मानना चाहिए।
Scindia ने कहा कि जिस पार्टी ने Babasaheb Ambedkar को चुनाव में हराने के लिए उम्मीदवार खड़ा किया, उन्हें मंत्री पद से हटाया, और Emergency लगाकर संविधान को दबाया — आज वही पार्टी Samvidhan (Constitution) की बात कर रही है।
उन्होंने कहा, “सिर्फ Constitution की copy लेकर घूमने से कुछ नहीं होगा, Constitution को आत्मा में ज़िंदा रखना होता है।”
Scindia ने ये भी कहा कि Congress ने पहले Ambedkar को अपमानित किया और आज उनके नाम पर राजनीति कर रही है। “जो पार्टी खुद Baba Saheb के खिलाफ खड़ी हुई थी, अब वही उन्हें महिमामंडित कर रही है, ये कुछ वैसा ही है जैसे कोई चोर पुलिस को ज्ञान दे,” उन्होंने कहा।
इस बयान के एक दिन पहले Congress ने घोषणा की थी कि वह बुधवार को Samvidhan Satyagraha के तहत उपवास (fast) रखेगी और मांग करेगी कि Madhya Pradesh High Court (Gwalior Bench) परिसर में Dr. Ambedkar की मूर्ति लगाई जाए।
इस पर MP के Cabinet Minister Vishwas Sarang ने Congress पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “जब Ambedkar ज़िंदा थे, तब Jawaharlal Nehru और Congress ने उन्हें लोकसभा में आने से रोका और अपमानित किया। अब ये लोग सिर्फ राजनीतिक फायदे के लिए उनका नाम ले रहे हैं।”
Sarang ने आगे कहा, “Congress ने Emergency लगाकर संविधान को तोड़ा था। BJP संविधान और लोकतंत्र (democracy) की रक्षा के लिए पूरी तरह से committed है।”
आज 25 जून को पूरे देश में Emergency की 50वीं बरसी याद की जा रही है। 1975 में इसी दिन देश में Emergency लगाई गई थी, जिसमें आम नागरिकों के अधिकार छीन लिए गए थे और हजारों लोगों को जेल में डाला गया था।