पाकिस्तान द्वारा भारतीय विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने के बाद, भारत सरकार और प्रमुख एयरलाइनों ने वैकल्पिक मार्गों की तलाश शुरू कर दी है। इस संदर्भ में, एयर इंडिया और इंडिगो को हिंदू कुश पर्वत श्रृंखला के ऊपर से गुजरने वाले मार्ग की व्यवहार्यता की जांच करने के लिए कहा गया है। इस मार्ग के माध्यम से, दिल्ली से उड़ान भरने वाले विमान लेह के उत्तर से होते हुए हिंदू कुश के ऊपर से कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान और किर्गिस्तान होते हुए यूरोप और उत्तरी अमेरिका की दिशा में जा सकते हैं।
पाकिस्तान द्वारा हवाई क्षेत्र की बंदी और उसके प्रभाव
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी। इसके बाद, पाकिस्तान ने 24 अप्रैल को भारतीय विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया, यह दावा करते हुए कि भारत द्वारा किसी भी सैन्य कार्रवाई की संभावना के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है। इस निर्णय के परिणामस्वरूप, भारतीय एयरलाइनों को अपने अंतरराष्ट्रीय मार्गों में बदलाव करना पड़ा, जिससे यात्रा समय में वृद्धि और ईंधन लागत में बढ़ोतरी हुई। विशेष रूप से, दिल्ली से यूरोप और उत्तरी अमेरिका की उड़ानों में 4 घंटे तक की देरी हो रही है, और कई लंबी दूरी की उड़ानों को ईंधन भरने के लिए यूरोपीय शहरों में रुकना पड़ रहा है।
हिंदू कुश मार्ग की संभावना
हिंदू कुश मार्ग का उपयोग करने से भारतीय एयरलाइनों को पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र से बचने का अवसर मिलेगा। हालांकि, इस मार्ग के लिए विस्तृत अध्ययन की आवश्यकता है, जिसमें विमान की रेंज, ईंधन क्षमता, मौसम की स्थितियाँ और अन्य तकनीकी पहलुओं का मूल्यांकन शामिल है। इसके अतिरिक्त, इस मार्ग पर उड़ानों के लिए संबंधित देशों से अनुमति प्राप्त करना भी आवश्यक होगा।
वर्तमान स्थिति और भविष्य की दिशा
पाकिस्तान द्वारा हवाई क्षेत्र की बंदी 23 मई 2025 तक प्रभावी रहेगी। इस अवधि के दौरान, भारतीय एयरलाइनों को वैकल्पिक मार्गों की पहचान और उनका परीक्षण करना होगा। इसके अलावा, पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय हवाई समझौतों पर भी विचार किया जा सकता है, ताकि भविष्य में ऐसी स्थितियों से निपटा जा सके।