Mahadev Bating Apps मामले में सीबीआई (CBI)ने बड़ा एक्शन लिया है।
Delhi से लेकर एमपी-छत्तीसगढ़ (MP-CHATISGARH) तक 60 ठिकानों पर रेड मारी गई है। इन ठिकानों में राजनेता, वरिष्ठ नौकरशाह, पुलिस अधिकारी, महादेव बुक के प्रमुख कार्यकर्ता और मामले में शामिल होने के संदेह में अन्य निजी व्यक्ति शामिल हैं।
(CBI)सीबीआई ने इस मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें महादेव बुक के संस्थापक Sachin Pailot, उसके भाई Praveen Pailot, और उनके दोस्त Amit Jain शामिल हैं।
(CBI)सीबीआई ने महादेव बुक के दफ्तरों, घरों और बैंकों में छापेमारी की है। उन्हें कई दस्तावेज, Computer और Mobile Phone मिले हैं।
सीबीआई ने महादेव बुक पर आरोप लगाया है कि उसने अवैध रूप से ऑनलाइन सट्टा का कारोबार किया है। उसने लाखों लोगों को ठगा है।
(CBI) सीबीआई की जांच अभी जारी है।
महादेव बुक एक Online Satta Website है,
महादेव बुक एक ऑनलाइन सट्टा वेबसाइट है।
यह वेबसाइट भारत में अवैध है।
महादेव बुक ने क्रिकेट, फुटबॉल और अन्य खेलों पर सट्टा लगाने की सुविधा दी है।
सीबीआई ने महादेव बुक के खिलाफ 2019 में एक प्राथमिकी दर्ज की थी।
महादेव बुक के संस्थापक सचिन पायलट को 2020 में गिरफ्तार किया गया था।
महादेव बुक के खिलाफ कई अन्य मामले दर्ज हैं।
यह एक गंभीर मामला है।
Saurabh Chandrakar की गिरफ्तारी और CBI की जांच
महादेव ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर (Saurabh Chandrakar) को नवंबर 2024 में दुबई से गिरफ्तार किया गया था, जब इंटरपोल ने उनके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। यह नोटिस प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अनुरोध पर जारी किया गया था। CBI ने बताया कि इस मामले में जांच के दौरान महत्वपूर्ण डिजिटल और दस्तावेजी साक्ष्य बरामद हुए हैं, जिन्हें जब्त कर लिया गया है।
Bhupesh Baghel के ठिकानों पर भी CBI का छापा
आज सुबह CBI ने Chhatisgarh के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता Bhoopesh Baghel के आवासों पर भी छापेमारी की। यह छापेमारी महादेव बेटिंग ऐप से संबंधित एक मामले में की गई है। भूपेश बघेल आज दिल्ली के लिए रवाना होने वाले थे, जहां वे कांग्रेस के अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) की ‘ड्राफ्टिंग कमेटी’ की बैठक में शामिल होने वाले थे। यह बैठक अहमदाबाद (गुजरात) में 8-9 अप्रैल को होने वाली AICC की बैठक के लिए आयोजित की जा रही है।