देश में तेजी से पांव पसार रहे Quick Commerce Sector पर अब सरकार की नजर टेढ़ी हो गई है। Blinkit और Zepto जैसी बड़ी delivery companies के dark stores से गंदगी और खराब खाने की storage system सामने आने के बाद, केंद्र सरकार अब इन पर शिकंजा कसने की तैयारी में है।
हाल ही में Mumbai के धारावी में Zepto की parent company Kiranakart Technologies का Food License Suspended कर दिया गया, वहीं पुणे के बालेवाड़ी में Blinkit के एक डार्क स्टोर को बिना लाइसेंस के ऑपरेट करने के आरोप में बंद कर दिया गया।
इस एक्शन के बाद हड़कंप मच गया है। मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि सरकार को लगातार उपभोक्ताओं, खुदरा विक्रेताओं और सप्लायर्स से शिकायतें मिल रही थीं कि जहां से खाना डिलीवर किया जा रहा है, वहां न तो सफाई है और न ही कोई सुरक्षा मानक का पालन होता है।
एक senior officer ने कहा, “यह अब केवल एक कंपनी का मामला नहीं है। यह एक बड़ा सिस्टम फेलियर है। फूड सेफ्टी को लेकर सरकार बेहद गंभीर है। अब कई विभाग मिलकर इस पर एक्शन लेंगे।”
अब FSSAI (भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण) देशभर में Blinkit, Zepto जैसे quick delivery companies के dark stores और warehouse पर अचानक छापे मारेगा। जहां भी गड़बड़ी पाई जाएगी, वहां कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
India में quick commerce तेजी से बढ़ रहा है। साल 2029 तक इसका मार्केट साइज करीब $9.95 बिलियन तक पहुंचने की उम्मीद है। साल 2024 में कुल online grocery order में दो-तिहाई हिस्सेदारी इन्हीं quick delivery companies की रही है।
लेकिन अब सवाल ये उठता है—क्या हम जो खाना मिनटों में मंगवाते हैं, वो वाकई सुरक्षित है? ये कंपनियां जो साफ-सफाई और लाइसेंस की अनदेखी कर रही हैं, क्या उनका ‘Fast’ मॉडल हमें बीमार कर रहा है?
सरकार अब पीछे हटने के मूड में नहीं है। खाने की क्वालिटी और लोगों की सेहत से खिलवाड़ करने वालों को अब सीधे जेल जाने से कोई नहीं रोक सकता।
