Tulsi Gabbard को अमेरिका की नई राष्ट्रीय खुफिया निदेशक (DNI) के रूप में शपथ दिलाई गई। बुधवार (स्थानीय समयानुसार) को सीनेट से मंजूरी मिलने के कुछ ही घंटों बाद उन्होंने व्हाइट हाउस में पदभार ग्रहण किया।
शपथ ग्रहण समारोह में अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पैम बॉन्डी ने Tulsi Gabbard को शपथ दिलाई। इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी मौजूद रहे। व्हाइट हाउस ने इस कार्यक्रम का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर साझा किया।
गबार्ड की नियुक्ति को लेकर सीनेट में तीखी बहस हुई। सीनेट में 52-48 के मतों से उन्हें मंजूरी मिली। हालांकि, रिपब्लिकन सीनेटर मिच मैककॉनेल ने डेमोक्रेट्स के साथ मिलकर उनके खिलाफ मतदान किया।
गबार्ड की नियुक्ति पर विवाद इसलिए भी हुआ क्योंकि कुछ रिपब्लिकन सीनेटरों को उनकी यूक्रेन पर स्थिति, विदेशी खुफिया निगरानी अधिनियम (FISA) के सेक्शन 702 पर बदला हुआ रुख, और सीरिया के पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद से 2017 में हुई मुलाकात को लेकर आपत्ति थी। इसके अलावा, एडवर्ड स्नोडेन का समर्थन करने के कारण भी उनकी आलोचना हुई।
राष्ट्रपति ट्रंप ने किया स्वागत
गबार्ड की पुष्टि के बाद व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलीन लीविट ने कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप के योग्य उम्मीदवारों को सीनेट द्वारा मंजूरी दी जा रही है। तुलसी गबार्ड अब आधिकारिक रूप से राष्ट्रीय खुफिया निदेशक बन गई हैं।”
हालांकि, कई महत्वपूर्ण रिपब्लिकन सीनेटर जैसे सुसान कॉलिन्स, लिसा मुर्कोव्स्की और टॉड यंग ने गबार्ड के पक्ष में मतदान किया, जिससे उनकी पुष्टि संभव हो सकी।
कौन हैं तुलसी गबार्ड?
Tulsi Gabbard हवाई से पूर्व डेमोक्रेटिक कांग्रेस सदस्य रह चुकी हैं। 2020 में उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में भी हिस्सा लिया था। हालांकि, बाद में उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी छोड़ दी और रिपब्लिकन नीतियों का समर्थन करने लगीं।
Gabbard को अब अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण फैसले लेने होंगे। उनकी नियुक्ति ट्रंप प्रशासन के लिए एक बड़ी रणनीतिक जीत मानी जा रही है।
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