राजस्थान की राजधानी जयपुर के आमेर थाना क्षेत्र में गुरुवार रात एक दर्दनाक हादसा हुआ। नांगल मोड़ की तरफ से तेज रफ्तार में आ रहे पत्थरों से लदे एक डंपर ने सड़क किनारे खड़े तीन लोगों को कुचल दिया। हादसा शिव कुंडा की तलाई के पास हुआ, जहां डंपर बिजली के ट्रांसफार्मर से भी टकरा गया। टक्कर के बाद शॉर्ट सर्किट से ट्रांसफार्मर में आग लग गई, जिससे दो मृतकों के शव काफी हद तक जल गए।
हादसे के बाद चालक फरार, क्षेत्र में मचा हड़कंप
हादसे के बाद डंपर चालक मौके से फरार हो गया। स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश फैल गया। मृतकों की पहचान 32 वर्षीय शंकर लाल सैनी और 40 वर्षीय ओमप्रकाश सैनी के रूप में हुई है, जबकि 40 वर्षीय सोहन लाल सैनी गंभीर रूप से घायल हैं। घायल को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया।
हादसे के विरोध में लोगों ने किया दिल्ली हाईवे जाम
डंपर हादसे के बाद गुस्साए लोगों ने शव को दिल्ली हाईवे पर रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। लोग आर्थिक सहायता, सरकारी नौकरी और सरकारी योजनाओं का लाभ पीड़ित परिवारों को दिलाने की मांग कर रहे थे। प्रदर्शन के चलते हाईवे पर करीब 4 घंटे तक यातायात ठप रहा।
प्रशासन और प्रदर्शनकारियों के बीच बनी सहमति
आमेर एसडीएम बजरंग लाल स्वामी ने बताया कि पुलिस कंट्रोल रूम से सूचना मिलने के बाद मौके पर प्रशासनिक अमला पहुंचा। स्थानीय लोगों के साथ करीब चार घंटे तक वार्ता चली। अंततः प्रशासन और लोगों के बीच सात बिंदुओं पर समझौता हुआ, जिसके बाद धरना समाप्त कर दिया गया और यातायात बहाल हुआ।
शवों को सवाई मानसिंह अस्पताल की मोर्चरी में पहुंचाया गया
धरना समाप्त होने के बाद दोनों मृतकों के शवों को सवाई मानसिंह अस्पताल की मोर्चरी में भेजा गया। हादसे के तुरंत बाद एक मृतक और घायल को अस्पताल भेजा गया था, जबकि दूसरा शव बाद में वहां पहुंचाया गया।
स्पीड कंट्रोल और ओवरलोडिंग पर सख्ती की मांग
आमेर विधायक प्रशांत शर्मा ने कहा कि जहां आवश्यकता है, वहां स्पीड ब्रेकर बनाए जाएंगे। स्थानीय लोगों ने ओवरलोड डंपरों पर रोक लगाने और तेज रफ्तार वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। विधायक ने आश्वासन दिया कि प्रशासन के साथ-साथ जन सहयोग से भी पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता दी जाएगी।
प्रशासन ने लिया संज्ञान, कार्रवाई की उम्मीद
इस हादसे ने आमेर क्षेत्र में सड़क सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ट्रांसफार्मर से टकराने और आग लगने जैसी घटनाएं दर्शाती हैं कि तेज रफ्तार और ओवरलोड वाहनों पर समय रहते नियंत्रण जरूरी है। स्थानीय प्रशासन ने डंपर चालक की तलाश शुरू कर दी है, और आश्वासन दिया है कि दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
