म्यांमार और थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं. मौसम विभाग के मुताबिक रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.7 थी. जानकारों का कहना है कि दोनों ही देशों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं. भूकंप का केंद्र म्यांमार को बताया जा रहा है. भूकंप की वजह से दोनों देशों को कितना नुकसान हुआ है, उसकी जानकारी अभी तक नहीं आई है.
भूकंप के तेज झटके की वजह से बैंकॉक और म्यांमार के शहरों में बड़ी-बड़ी इमारतें नाव की तरह हिलने लगी. सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में लोग चीखते-चिल्लाते हुए सड़कों पर भाग रहे हैं.

बैंकॉक में बिल्डिंग गिरने की खबर
भूकंप की वजह से बैंकॉक में एक गगनचुंबी इमारत के गिरने की खबर है. रिपोर्ट के मुताबिक जो बिल्डिंग निर्माणाधीन था, जो भूकंप के झटके को सह नहीं पाया. इसी तरह कई और वीडियो भूकंप के बाद के वायरल हो रहे हैं, जिसमें भूकंप के बाद के दहशत को देखा जा रहा है.
भू-वैज्ञानिकों के मुताबिक भूकंप का एपिसेंटर म्यांमार के साउदर्न कोस्ट के सागाइंग के पास था. भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण और जर्मनी के GFZ भूविज्ञान केंद्र ने कहा कि दोपहर का भूकंप 10 किलोमीटर (6.2 मील) की गहराई पर था. इसी वजह से भूकंप का तेज झटका महसूस किया गया है.
कहा जा रहा है कि 7.7 की तीव्रता से 2 घंटे पहले भूकंप का एक छोटा सा झटका भी दोनों ही देशों में महसूस किया गया था.
Breaking: Video shows the moment a skyscraper under construction collapsed due to earthquake in Bangkok. pic.twitter.com/OIdxc4epKf
— PM Breaking News (@PMBreakingNews) March 28, 2025
पूलों से बहने लगा पानी, सीढ़ियों से उतरे लोग
भूकंप की वजह से थाईलैंड और म्यांमार के पूलों से पानी बहने लगा. वहीं कई बिल्डिंग के नष्ट होने की बात कही गई है. स्थानीय मीडिया के मुताबिक भूकंप आने पर इमारतों में अलार्म बजने लगे और घबराए हुए निवासियों को घनी आबादी वाले सेंट्रल बैंकॉक में ऊंची इमारतों वाले कॉन्डोमिनियम और होटलों की सीढ़ियों से नीचे उतारा गया. लोगों को हताहत से बचने के लिए सड़कों पर ही रहने के लिए कहा गया.
6 दिन बाद थाईलैंड में बिम्सटेक का आयोजन होना है. इसके लिए बिम्सटेक के सदस्य थाईलैंड जाएंगे. 3 से लेकर 6 अप्रैल तक थाईलैंड में बिम्सटेक सम्मिट प्रस्तावित है. इस बैठक में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी जाएंगे.
