डोनाल्ड ट्रम्प सोमवार को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे। यह शपथ ग्रहण समारोह वॉशिंगटन, डीसी स्थित यूएस कैपिटल रोटुंडा में आयोजित होगा, और इसे अमेरिका के मुख्य न्यायधीश जॉन रॉबर्ट्स द्वारा सम्पन्न किया जाएगा। इसके साथ ही, ट्रम्प के साथ उपराष्ट्रपति के रूप में जेडी वांस भी शपथ लेंगे, जो उनके साथ राष्ट्रपति के कार्यकाल की शुरुआत करेंगे।
जॉन रॉबर्ट्स कौन हैं?
जॉन ग्लोवर रॉबर्ट्स जूनियर का जन्म 27 जनवरी, 1955 को हुआ था। वे वर्तमान में अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश हैं। रॉबर्ट्स ने 1976 में हार्वर्ड कॉलेज से स्नातक की डिग्री प्राप्त की, और फिर 1979 में हार्वर्ड लॉ स्कूल से अपनी कानून की डिग्री, JD, प्राप्त की। अपने करियर की शुरुआत रॉबर्ट्स ने 1979 से 1980 तक यूएस कोर्ट ऑफ अपील्स के जज हेनरी जे. फ्रेंडली के साथ बतौर कानून सहायक (law clerk) की। बाद में, वे 1980 में सुप्रीम कोर्ट के न्यायधीश विलियम एच. रेनक्विस्ट के सहायक रहे।
1981 से 1982 तक रॉबर्ट्स ने यूएस अटॉर्नी जनरल के विशेष सहायक के रूप में कार्य किया और फिर 1982 से 1986 तक राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन के व्हाइट हाउस काउंसल कार्यालय में एसोसिएट काउंसल के रूप में काम किया। 1989 से 1993 तक वे यूएस सॉलिसिटर जनरल के प्रधान उपाध्यक्ष रहे, जहां उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में महत्वपूर्ण मामलों में संघीय सरकार का प्रतिनिधित्व किया।
रॉबर्ट्स ने 2003 में डीसी सर्किट कोर्ट ऑफ अपील्स में जज के रूप में अपनी न्यायिक यात्रा शुरू की। 2005 में राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू. बुश ने उन्हें सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश के रूप में नामित किया, और वे 29 सितंबर, 2005 को इस पद पर आसीन हुए। इसके बाद से उन्होंने स्वास्थ्य देखभाल, नागरिक अधिकारों और कार्यकारी शक्तियों जैसे महत्वपूर्ण मामलों में फैसले दिए, जिससे उनका न्यायिक प्रभाव और प्रतिष्ठा बढ़ी।
डोनाल्ड ट्रम्प का राष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण समारोह
इस ऐतिहासिक दिन की शुरुआत वॉशिंगटन, डीसी स्थित सेंट जॉन चर्च में एक धार्मिक सेवा से होगी। इसके बाद, व्हाइट हाउस में एक चाय रिसेप्शन आयोजित किया जाएगा। इसके साथ ही, संगीत प्रस्तुतियाँ और प्रारंभिक वक्तव्य होंगे, जो शपथ ग्रहण समारोह से पहले होंगे। राष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण समारोह स्थानीय समयानुसार दोपहर 12:00 बजे शुरू होगी।
प्रतीकात्मक शपथ ग्रहण
डोनाल्ड ट्रम्प राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के लिए दो बाइबिलों का उपयोग करेंगे। इनमें से एक बाइबिल राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन की है, जबकि दूसरी बाइबिल उनकी मां ने 1955 में उन्हें दी थी। यह बाइबिलें न केवल ऐतिहासिक महत्व रखती हैं, बल्कि ट्रम्प के लिए व्यक्तिगत रूप से भी बहुत मायने रखती हैं।
समारोह का महत्व
यह शपथ ग्रहण समारोह सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण का प्रतीक है, जो अमेरिकियों को उनके देश की लोकतांत्रिक सिद्धांतों के प्रति समर्पण की याद दिलाता है। यह एक प्रशासन के अंत और एक नए नेतृत्व की शुरुआत का संकेत है, जो देश के भविष्य को आकार देगा।
इस महत्वपूर्ण दिन के दौरान दुनिया भर से लोग इस समारोह का अनुसरण करेंगे, जो अमेरिकी लोकतंत्र की ताकत और स्थिरता का प्रतीक है।