गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) ने शहर में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के लिए बड़ा कदम उठाया है। अगले महीने से शहर के 2,000 चौक-चौराहों, तिराहों और मुख्य सड़कों पर 10 हजार सीसीटीवी कैमरे लगाने की तैयारी शुरू की जाएगी। इन कैमरों से पूरे शहर की निगरानी की जाएगी और सुरक्षा को पुख्ता बनाया जाएगा।
इस योजना के तहत पहले चरण में एक सलाहकार कंपनी शहर में सर्वे करेगी। यह कंपनी सीसीटीवी कैमरों की लोकेशन का चयन करेगी और टेंडर के दस्तावेज तैयार करेगी। जीएमडीए की स्मार्ट सिटी शाखा अगले 15-20 दिनों में इस कंपनी को नियुक्ति पत्र जारी करेगी। सर्वे और टेंडर प्रक्रिया को अगले छह महीनों में पूरा करने की योजना है।
मुख्यमंत्री की बैठक में योजना को मंजूरी
10 जुलाई को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में जीएमडीए की बैठक में इस परियोजना को मंजूरी दी गई थी। कुल 422 करोड़ रुपये की लागत से यह योजना तैयार की गई है। योजना के तहत 400 सरकारी इमारतों को भी सीसीटीवी नेटवर्क से जोड़ा जाएगा।

पुलिस स्टेशनों से जुड़ेगा नेटवर्क
नए सीसीटीवी कैमरों को गुरुग्राम के 40 पुलिस स्टेशनों से जोड़ा जाएगा। प्रत्येक पुलिस स्टेशन में कंट्रोल रूम बनाया जाएगा, जहां से मुख्य सड़कों और महत्वपूर्ण स्थानों पर निगरानी रखी जाएगी। कंट्रोल रूम के संचालन पर करीब 1 करोड़ रुपये और सरकारी इमारतों में नेटवर्क स्थापित करने पर 10 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
सीसीटीवी कैमरों की मदद से अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी में आसानी होगी। ये कैमरे आपराधिक घटनाओं के मुख्य साक्ष्य भी उपलब्ध कराएंगे, जो अदालत में उपयोगी साबित होंगे। इसके अलावा, यातायात नियमों के पालन में सुधार और बड़े आयोजनों के प्रबंधन में भी यह तकनीक मददगार होगी।
दूसरे और तीसरे चरण की योजना
दूसरे चरण में 258 चौक-चौराहों पर 2,722 कैमरे लगाए जाएंगे। इनमें सोहना, बादशाहपुर, पटौदी, फर्रुखनगर और द्वारका एक्सप्रेसवे जैसे क्षेत्रों को कवर किया जाएगा। तीसरे चरण में 10 हजार कैमरे लगाने के लिए 422 करोड़ रुपये की लागत से विस्तृत योजना तैयार की गई है।
पीके अग्रवाल, सलाहकार, स्मार्ट सिटी शाखा, जीएमडीए ने बताया, “सर्वे और टेंडर की प्रक्रिया अगले महीने से शुरू हो जाएगी। इस परियोजना से गुरुग्राम की सुरक्षा और कानून व्यवस्था में बड़ा सुधार होगा।”
यह परियोजना गुरुग्राम को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के प्रयासों को आगे बढ़ाएगी। सीसीटीवी कैमरों के व्यापक नेटवर्क से सुरक्षा और यातायात प्रबंधन को नई दिशा मिलेगी।