एक युवक ने अपने चाचा पर संपत्ति विवाद के चलते ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस घटना में चाचा के बचने के दौरान सामने आई 11 वर्षीय चचेरी बहन की गोली लगने से मौत हो गई। आरोपी भतीजे के खिलाफ प्राथमिक FIR दर्ज कर ली गई है।
मोबाइल पर मामूली कहासुनी
मोबाइल पर मामूली कहासुनी के बाद रहचटी निवासी युवक ने शिकोहाबाद से गांव अकबरपुर मस्तपुर आकर अपने चाचा पर शुक्रवार देर रात तमंचे से ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस दौरान सामने आई 11 वर्ष की चचेरी बहन पर भी गोली चला दी, जिससे उसकी मृत्यु हो गई। इसके बाद भतीजा तमंचा लेकर भाग गया। उसके विरुद्ध प्राथमिक FIR लिखवाई गई है। आरोप है कि वह संपत्ति हड़पने की नीयत से चाचा की हत्या करना चाहता था।
तो फिर रुपये क्यों चाहिए?
अकबरपुर मस्तपुर निवासी प्रमोद यादव रात 10.30 बजे घर पर थे। मोबाइल फोन पर उनका रहचटी निवासी भतीजे रंजीत उर्फ भोला से विवाद हो गया था। रंजीत का कहना था कि कैंसर पीड़ित उसके पिता संतोष यादव की तबीयत बिगड़ती उपचार कराने के लिए रुपये चाहिए। प्रमोद का कहना था कि वह उनका उपचार करा रहे हैं, तो फिर रुपये क्यों चाहिए? चाचा-भतीजे के बीच कहासुनी होने के बाद रंजीत ने कहा कि वह गांव आकर बात करेगा। कुछ देर में वह तमंचा लेकर आया और गाली गलौज करते हुए उसने प्रमोद पर तमंचे से ताबड़तोड़ आठ राउंड फायरिंग की।
11 वर्षीय नीतू उर्फ नव्या सामने आ गई
मोबाइल पर कहासुनी के बाद घर पर आकर चलाईं गोलियांप्रमोद ने भागकर छिपने का प्रयास किया, लेकिन इस बीच उनकी बेटी 11 वर्षीय नीतू उर्फ नव्या सामने आ गई। एक गोली आंख के पास लगने से उसकी मौके पर मृत्यु हो गई। एसपी ग्रामीण अखिलेश भदौरिया और सीओ अंबरीश कुमार इंस्पेक्टर शेर सिंह के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। फोरेंसिक टीम ने भी साक्ष्य एकत्र किए।पुलिस को मौके पर सात खोखे मिले हैं। प्रमोद कुमार ने भतीजे के विरुद्ध हत्या एवं जानलेवा हमला करने की प्राथमिकी लिखवाई है। आरोप है कि रंजीत उनकी संपत्ति को हड़पना चाहता था। जबकि वह अपनी संपत्ति अपनी बेटियों को देना चाहते थे।
आरोपित की तलाश की जा रही
एसपी ग्रामीण अखिलेश भदौरिया ने बताया कि आरोपित की तलाश की जा रही है। जल्द उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। प्रमोद और उनके छोटे भाई संतोष के बीच 25-25 बीघा जमीन है। प्रमोद गांव में और संतोष अपने स्वजन के साथ रहचटी में रहते हैं। संतोष को मुंह का कैंसर हो गया है। उनका आगरा में उपचार चल रहा है। प्रमोद ही उसका उपचार करा रहे हैं।
ऐसे बची प्रमोद की जान
शराब के नशे में रंजीत को फायरिंग करते देख उनके स्वजन ने प्रमोद कमरे में बंद कर बाहर से ताला लगा दिया था। परिवार के चचेरे भाई बंटू ने बताया कि रंजीत का गुस्सा शांत कर उसे पिलाने के लिए नीतू गिलास में दूध लेकर आई थी। छात्रा नीतू पांच बहनों में तीसरी नंबर की थी।