मुंबई स्थित मोतीलाल ओसवाल एसेट मैनेजमेंट कंपनी (MOAMC) ने रविवार, 19 जनवरी को सोशल मीडिया पर कल्याण ज्वेलर्स के शेयरों में निवेश को लेकर फैलाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों को सख्ती से नकारा। कंपनी ने इन आरोपों को “बेतुके, दुर्भावनापूर्ण और मानहानिकारक” बताते हुए कहा कि यह आरोप एक सुनियोजित प्रयास हैं, जो उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँचाने के लिए किए जा रहे हैं।
MOAMC ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, “हम कategory तौर पर इन बेतुके और दुर्भावनापूर्ण आरोपों का खंडन करते हैं। ये आरोप उन व्यक्तियों द्वारा जानबूझकर फैलाए जा रहे हैं जिनके पास निजी स्वार्थ हैं और जो हमारी कंपनी और नेतृत्व द्वारा दशकों से बनाई गई प्रतिष्ठा को हानि पहुँचाना चाहते हैं।”
कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया कि ऐसे आधारहीन हमले उसकी नैतिकता और विश्वसनीयता को गंभीर रूप से प्रभावित करने के लिए किए गए हैं, जो वह पूरी तरह से अस्वीकार करती है। बयान में यह भी कहा गया कि मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (MOFSL) ने लगभग चार दशकों तक पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ काम किया है।
कंपनी ने अपने शेयरधारकों से अपील की, “हम अपने निवेशकों से अनुरोध करते हैं कि वे इन बेतुके और अनैतिक प्रयासों पर विश्वास न करें। हम पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि हम अपनी प्रतिष्ठा को बचाने और अपने निवेशकों के विश्वास को बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे।”
कल्याण ज्वेलर्स के शेयरों में गिरावट
कल्याण ज्वेलर्स इंडिया लिमिटेड के शेयरों ने शुक्रवार, 17 जनवरी को 6.93% की गिरावट के साथ ₹501.65 पर बंद किए, जो पिछले दिन के ₹539 के बंद स्तर से काफी नीचे था। कल्याण ज्वेलर्स के शेयरों ने इस साल 2 जनवरी को ₹794.60 के 52-सप्ताह उच्चतम स्तर को छुआ था, लेकिन इसके बाद से इसके शेयरों में गिरावट देखी गई है। कंपनी का मार्केट कैप ₹50,000 करोड़ से अधिक है, और पिछले एक साल में इसके शेयरों ने 37% का रिटर्न दिया है। हालांकि, 2025 में अब तक इसके शेयरों में 35% की गिरावट आई है।
यह आरोप तब उभरे जब कल्याण ज्वेलर्स के शेयरों में अचानक उतार-चढ़ाव देखा गया। सोशल मीडिया पर यह दावा किया गया कि मोतीलाल ओसवाल के फंड मैनेजर्स ने कल्याण ज्वेलर्स के शेयरों को जमा करने के लिए रिश्वत का सहारा लिया था। इन आरोपों को नकारते हुए मोतीलाल ओसवाल ने कहा कि वह इन अफवाहों से पूरी तरह निपटने के लिए तैयार हैं और अगर जरूरत पड़ी तो कानूनी कदम उठाएंगे।
मोतीलाल ओसवाल का यह बयान तब सामने आया जब कल्याण ज्वेलर्स के शेयरों के आसपास के विवाद ने सोशल मीडिया पर काफी चर्चा पैदा कर दी थी। हालांकि, अभी तक इस मामले में कोई आधिकारिक जांच शुरू नहीं हुई है। कंपनी ने अपने निवेशकों को आश्वासन दिया कि वह इस मुद्दे को लेकर पूरी तरह से पारदर्शी और उत्तरदायी रहेगी।
कंपनी ने अंत में कहा, “हम इन आरोपों को पूरी गंभीरता से लेते हैं और हमारे नेतृत्व ने हमेशा उच्चतम नैतिक मानकों का पालन किया है।”
कल्याण ज्वेलर्स का आईपीओ 2021 में हुआ था और तब से ही कंपनी का शेयर बाजार में प्रदर्शन उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। हालांकि, कंपनी का व्यापार अभी भी मजबूत है, खासकर त्योहारों के मौसम में इसकी बिक्री में वृद्धि देखी जा रही है।
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