गुरुग्राम के सरस्वती एंक्लेव इलाके में मंगलवार रात एक गोदाम में भीषण आग लग गई। यह घटना रात करीब 12:30 बजे हुई, जब अचानक गोदाम से आग की लपटें उठने लगीं। आग इतनी तेज थी कि पूरे इलाके में हड़कंप मच गया और आसपास के लोग डरकर घरों से बाहर निकल आए। स्थानीय लोगों ने तुरंत दमकल विभाग को सूचना दी, जिसके बाद दमकल की 22 गाड़ियां आग बुझाने के लिए मौके पर पहुंचीं।
गोदाम में आग लगने का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं हो सका है, लेकिन शुरुआती जांच में शॉर्ट सर्किट को आग लगने का मुख्य कारण माना जा रहा है। गोदाम में कपड़े और शराब का भंडारण किया गया था, जिससे आग और भड़क गई। आग की ऊंची लपटों और धुएं के कारण आसपास के घरों में भी गर्मी महसूस की गई, जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। राहत की बात यह रही कि इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
दमकल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि गोदाम में मौजूद ज्वलनशील पदार्थों के कारण आग पर काबू पाना मुश्किल हो रहा था। दमकलकर्मी लगातार पानी और फोम का छिड़काव कर रहे थे। बुधवार सुबह तक आग पर पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका था, और आग बुझाने का काम जारी था। पुलिस भी मौके पर पहुंच चुकी है और आग लगने के कारणों की जांच कर रही है।
इससे पहले, गुरुग्राम के बसई रोड के पास भी एक बड़ी आग की घटना घटी थी, जिसमें 100 से ज्यादा झुग्गियां जलकर राख हो गईं। इसके बाद से शहर में आग की घटनाओं को लेकर चिंताएं और भी बढ़ गई हैं। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि यह आग जानबूझकर लगाई जा रही है। शुक्रवार अलसुबह सेक्टर पांच में सड़क किनारे बसी दस से ज्यादा झुग्गियां भी आग की चपेट में आ गई थीं। इसके बाद शनिवार को बसई चौक पर आग लगने से सौ से ज्यादा झुग्गियां जल गईं।
शहर में बढ़ती आग की घटनाओं के बाद यह सवाल भी उठ रहा है कि कहीं ये आग जानबूझकर तो नहीं लगाई जा रही है। गुरुग्राम में कई जगहों पर अवैध रूप से झुग्गियां बसाई जाती हैं, जिन्हें किराए पर दिया जाता है। इन झुग्गियों में परिवार के साथ लोग रहते हैं और छोटे-मोटे काम करते हैं, जिससे इस प्रकार की घटनाओं से शहरवासियों में डर और आशंका बनी हुई है।