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Monday, June 16, 2025

भारतीय वायुसेना ने कितना पहुंचाया पाकिस्तान को नुकसान – जानिए रिपोर्ट के ज़रिए

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मई के पहले सप्ताह में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए चार दिन के सैन्य संघर्ष में भारतीय वायुसेना (Indian Air Force – IAF) ने पाकिस्तान वायुसेना (Pakistan Air Force – PAF) को भारी नुकसान पहुँचाया। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, इस संघर्ष में IAF ने पाकिस्तान के कम से कम छह लड़ाकू विमानों को हवा में मार गिराया, दो उच्च मूल्य वाले विमान नष्ट किए, और 10 से अधिक UCAVs (Unmanned Combat Aerial Vehicles) को ध्वस्त किया।

IAF के तकनीकी विश्लेषण में यह साफ हो गया है कि इन हमलों के दौरान PAF को कई स्तर पर गंभीर क्षति हुई। भारतीय रडार और मिसाइल प्रणालियों ने पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों को ट्रैक किया और जब इन पर हमला किया गया, तो ये विमान रडार स्क्रीन से गायब हो गए, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वे नष्ट हो चुके थे।

एक उच्च मूल्य वाला हवाई प्लेटफॉर्म – जो या तो एक Electronic Counter Measures aircraft या Airborne Early Warning and Control (AEWC) aircraft हो सकता है – को IAF की Sudarshan प्रणाली द्वारा लगभग 300 किलोमीटर दूर से निशाना बनाकर गिराया गया।

इसके अलावा, Bholari एयरबेस पर की गई स्ट्राइक में एक और AEWC aircraft नष्ट हुआ। यह विमान स्वीडिश तकनीक पर आधारित था। सूत्रों के अनुसार, हमले के दौरान कुछ लड़ाकू विमान भी हैंगर में मौजूद थे, लेकिन पाकिस्तान की ओर से मलबा हटाने तक से इनकार किया गया है, इसलिए उनके नुकसानों को आधिकारिक तौर पर नहीं गिना गया है।

PAF को एक C-130 transport aircraft का भी नुकसान हुआ, जो कि पाकिस्तान के पंजाब क्षेत्र में एक ड्रोन हमले के दौरान नष्ट हुआ। इस पूरे संघर्ष में IAF ने केवल air-launched cruise missiles का प्रयोग किया और surface-to-surface BrahMos missiles का उपयोग नहीं किया गया।

Rafale और Su-30 जैसे आधुनिक भारतीय लड़ाकू विमानों द्वारा किए गए एक हमले में एक हैंगर को निशाना बनाया गया, जहां पर बड़ी संख्या में चीनी Wing Loong श्रृंखला के medium altitude long endurance drones मौजूद थे। ये सभी ड्रोन हमले में पूरी तरह नष्ट हो गए।

इसके अतिरिक्त, IAF की air defence systems ने पाकिस्तान की हवाई सीमा में प्रवेश कर चुके 10 से अधिक UCAVs को मार गिराया। संघर्ष के दौरान पाकिस्तान द्वारा दागी गई कई cruise और ballistic missiles को भी हवा में ही इंटरसेप्ट कर निष्क्रिय कर दिया गया।

इस चार दिन के संघर्ष की शुरुआत 6-7 मई की रात को हुई, जब भारत ने Pahalgam आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान के पंजाब और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर में मौजूद आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इसके बाद पाकिस्तान ने भी जवाबी कार्रवाई की, लेकिन भारतीय वायुसेना की सटीक और तकनीकी रूप से उन्नत कार्रवाई ने उसे भारी क्षति पहुँचाई।

10 मई की दोपहर तक संघर्ष समाप्त हुआ, जब पाकिस्तान ने भारी नुकसानों को देखते हुए युद्धविराम की अपील की। यह संघर्ष सीमित समय का था, लेकिन इसमें तकनीक और सटीक रणनीति का जिस तरह से प्रयोग हुआ, वह IAF की तैयारी और क्षमता को दर्शाता है।

भारतीय वायुसेना अभी भी इस ऑपरेशन के दौरान जुटाए गए आंकड़ों का विश्लेषण कर रही है। इस डेटा में रडार रिकॉर्डिंग, मिशन लॉग, सैटेलाइट इमेजरी और अन्य डिजिटल प्रमाण शामिल हैं, जो इस बात की पुष्टि करते हैं कि पाकिस्तान को वायुसेना स्तर पर बहुत बड़ा नुकसान हुआ है।

यह संघर्ष भले ही कुछ ही दिनों का था, लेकिन इससे यह स्पष्ट हो गया कि IAF न केवल हमला करने में सक्षम है, बल्कि दुश्मन की मिसाइलों और विमानों को इंटरसेप्ट कर उन्हें निष्क्रिय करने की भी पूरी ताकत रखती है।

इस सैन्य टकराव ने यह भी साबित कर दिया कि भारत की रणनीति अब केवल रक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि आवश्यकता पड़ने पर वह दुश्मन के क्षेत्र में घुसकर निर्णायक हमले करने में भी सक्षम है। आने वाले दिनों में इस ऑपरेशन से संबंधित और जानकारियाँ सामने आ सकती हैं, लेकिन अभी तक के आंकड़ों के आधार पर यह कहा जा सकता है कि यह संघर्ष भारतीय वायुसेना की एक बड़ी रणनीतिक सफलता थी।

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