Delhi के मशहूर स्कूल DPS द्वारका में शुक्रवार को बड़ा बवाल हो गया। स्कूल ने हाई कोर्ट और शिक्षा विभाग के साफ आदेश के बावजूद 32 बच्चों को स्कूल में एंट्री नहीं दी। इन बच्चों का नाम पहले फीस विवाद के चलते स्कूल से काट दिया गया था।
सुबह-सुबह स्कूल गेट पर भारी सिक्योरिटी तैनात थी। चार पुरुष और दो महिला बाउंसर बच्चों को रोकते नजर आए। गुस्साए माता-पिता ने आरोप लगाया कि स्कूल ने शिक्षा विभाग की अवहेलना की है। कोई अधिकारी वहां मौजूद नहीं था, जिससे स्थिति और ज्यादा तनावपूर्ण हो गई।
गुरुवार रात को ही शिक्षा विभाग ने आदेश दिया था कि स्कूल तुरंत बच्चों को दोबारा एडमिट करे और किसी से भेदभाव न करे। साथ ही स्कूल को तीन दिन में रिपोर्ट जमा करने को कहा गया था। लेकिन अगले ही दिन स्कूल ने आदेश को नजरअंदाज कर दिया।
DPS Dwarka
Even after the @Dir_Education has instructed DPS Rohini school to allow the students to join the school even if they haven’t paid the extra fee asked for which is subjudice , still the situation lies the same. pic.twitter.com/OzalZFgzbj
— Sk Kardam (@Kardam10Kardam) May 16, 2025
माता-पिता का आरोप है कि स्कूल बिना इजाजत के फीस बढ़ा रहा है और बच्चों को मानसिक रूप से परेशान कर रहा है। उन्होंने उपराज्यपाल और शिक्षा विभाग से स्कूल का कंट्रोल अपने हाथ में लेने की मांग की है।
इस मामले पर गुरुवार को हाई कोर्ट में सुनवाई भी हुई। जज ने सुझाव दिया कि पेरेंट्स हाफ फीस जमा करें, लेकिन पेरेंट्स ने कहा कि वे इतनी रकम नहीं दे सकते। अब यह केस जस्टिस Sachin Dutta की बेंच के सामने पेश होगा।
DPS द्वारका की ये मनमानी पूरे शहर में चर्चा का विषय बन गई है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब कोर्ट और सरकार के आदेश को ही स्कूल नहीं मानता, तो बच्चों को न्याय कौन दिलाएगा?
