Amit Shah ने DMK पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार ने परिसीमन के लिए कोई नियम नहीं बनाए हैं और आश्वासन दिया कि कोई अन्याय नहीं होगा। उन्होंने कहा “भाजपा की नीति है कि जब भी परिसीमन होगा, किसी के साथ .001 प्रतिशत भी अन्याय नहीं होगा।” Amit Shah ने जम्मू-कश्मीर और मणिपुर की स्थिति, बिहार और तमिलनाडु विधानसभा चुनाव, जाति जनगणना और चुनाव जीतने के मंत्र सहित कई मुद्दों पर सवालों के जवाब दिए ।
भारतीय जनता पार्टी की सरकार 30 साल तक सत्ता में रहेगी
जब उनसे उनके हालिया बयान के बारे में पूछा गया कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार 15-20 साल तक सत्ता में रहेगी, तो Amit Shah ने कहा कि उन्होंने कुछ भी नया नहीं कहा है। उन्होंने कहा, “जब मैं पार्टी का अध्यक्ष बना, तो मैंने अपने पहले भाषण में कहा था कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार 30 साल तक सत्ता में रहेगी और उसके 10 साल पहले ही बीत चुके हैं। लोकतंत्र में किसी भी पार्टी की जीत उसके प्रदर्शन पर आधारित होती है।” “जो प्रदर्शन नहीं करते, उनमें आत्मविश्वास नहीं होता। उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि इन 10 वर्षों में नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में न केवल केंद्र सरकार बल्कि जहां भी भाजपा की सरकार थी, हमने स्थिति बदलने में सफलता हासिल की है, इसलिए हमें विश्वास है।”
बिहार विधानसभा चुनाव में NDA की जीत पर पूरा भरोसा
Amit Shah ने इस साल के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में NDA की जीत पर पूरा भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि एनडीए पहले से अधिक बहुमत के साथ सत्ता में वापस आएगी। उन्होंने कहा, “बिहार के विकास के लिए मोदी जी की सरकार और नीतीश जी की सरकार ने काफी काम किया है। मुझे पूरा विश्वास है कि इस बार बिहार में पहले से अधिक सीटों के साथ पूर्ण बहुमत वाली NDA सरकार बनेगी।”
तमिलनाडु में भी NDA
उन्होंने तमिलनाडु में भी NDA की जीत का भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि AIADMK से बातचीत चल रही है और अगर कोई घोषणा होनी है, तो इसकी जानकारी दी जाएगी। AIADMK ने 2023 में NDA छोड़ दिया था।
उन्होंने सत्तारूढ़ DMK पर “कुशासन” का आरोप लगाया और कहा कि लोग इसकी वंशवादी राजनीती से भी नाराज हैं।
उन्होंने कहा कि DMK तमिल में मेडिकल और इंजीनियरिंग की शिक्षा देने में असमर्थ है और अपनी “विफलताओं और भ्रष्टाचार” को छिपाने के लिए परिसीमन जैसे मुद्दे उठा रही है। उन्होंने NEP के विरोध पर DMK की भी आलोचना की। गृह मंत्री ने कहा, “यह पहली शिक्षा नीति है जो प्राथमिक शिक्षा को अपनी मातृभाषा में संचालित करने की सिफारिश करती है। अगर इसे तमिलनाडु में लागू किया जाता है, तो तमिल शिक्षा का माध्यम होगा।”अमित शाह ने DMK पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार ने परिसीमन के लिए कोई नियम नहीं बनाए हैं और आश्वासन दिया कि कोई अन्याय नहीं होगा। उन्होंने कहा “भाजपा की नीति है कि जब भी परिसीमन होगा, किसी के साथ .001 प्रतिशत अन्याय नहीं होगा।”
एक भी आंसू गैस या एक भी गोली नहीं चली
Amit Shah ने जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों को भी ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह 40 वर्षों में पहली बार है जब पुनर्मतदान की आवश्यकता नहीं पड़ी। “कश्मीर में 40 वर्षों के बाद यह पहला ऐसा चुनाव है जिसमें एक भी पुनर्मतदान नहीं हुआ। दूसरे, 40 वर्षों के बाद ऐसा चुनाव हुआ है जिसमें एक भी आंसू गैस या एक भी गोली नहीं चली। तीसरे, बहुत लंबे समय के बाद ऐसा चुनाव हुआ है जिसमें 60 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। यह बहुत बड़ा बदलाव है।” उन्होंने कहा कि उचित समय पर जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल किया जायेगा
अमित शाह ने कहा कि भाजपा ने अनुच्छेद 370 को हटाने और अयोध्या में राम मंदिर बनाने के अपने वादे पूरे किए हैं और पार्टी समान नागरिक संहिता के लिए प्रतिबद्ध है।
मणिपुर पर सवाल
मणिपुर पर सवालों का जवाब देते हुए Amit Shah ने कहा कि दुकानें और बाजार खुले हैं और कुछ समय बाद स्थिति सामान्य हो जाएगी उन्होंने कर्नाटक में कांग्रेस सरकार द्वारा सार्वजनिक ठेकों में मुसलमानों को चार प्रतिशत आरक्षण देने के कदम की आलोचना की। उन्होंने कहा कि संविधान धर्म आधारित आरक्षण की अनुमति नहीं देता है। उन्होंने कहा,
“मैं पूछना चाहता हूं कि क्या ठेके गुणवत्ता और मूल्य के आधार पर दिए जाने चाहिए या धर्म के आधार पर।”
उन्होंने केंद्र द्वारा गैर-भाजपा शासित राज्यों के साथ धन आवंटन में भेदभाव करने के आरोपों को खारिज कर दिया।
पूजा स्थल अधिनियम से संबंधित याचिकाओं पर शाह ने कहा कि अदालत न्याय करेगी।
जनगणना पर फैसला समय आने पर लिया जाएगा
जाति जनगणना की कांग्रेस की मांग पर अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस ने पहले इसके खिलाफ प्रस्ताव पारित किए थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार ने SECC सर्वेक्षण के नतीजे नहीं निकाले हैं, उन्होंने कहा कि सरकार कार्यप्रणाली पर काम कर रही है और जनगणना पर फैसला समय आने पर लिया जाएगा। उन्होंने विपक्ष के “अघोषित आपातकाल” के आरोप को भी खारिज कर दिया। अमित शाह ने कहा कि उनका कोई निजी एजेंडा नहीं है और उनका एजेंडा पार्टी का एजेंडा है कि 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाया जाए।
उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने का मंत्र सुबह से लेकर रात को सोने तक देश के लिए निस्वार्थ भाव से काम करना है।