Ghaziabad के मोदीनगर इलाके में शुक्रवार सुबह एक भयानक हादसा हुआ। एक रोलर फैक्ट्री में बॉयलर ब्लास्ट होने से तीन मज़दूरों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। घटना इतनी भीषण थी कि आसपास के इलाकों में तेज़ धमाके की आवाज़ सुनाई दी, जिससे लोगों में अफरा-तफरी मच गई।
पुलिस के अनुसार, यह घटना सुबह के शुरुआती घंटों में हुई। असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस ज्ञान प्रकाश ने बताया कि तीनों मज़दूरों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद प्रशासन ने तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिया और जांच जारी है। लेकिन इस भयावह दुर्घटना ने फैक्ट्री में काम करने वाले मज़दूरों की सुरक्षा पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं।
वहीं, उत्तर प्रदेश की राजधानी Lucknow के हज़रतगंज इलाके में भी एक खौफनाक हादसा हुआ। 27 मार्च को सिल्वर अपार्टमेंट के बेसमेंट में अचानक आग लग गई, जिससे वहां खड़ी गाड़ियां जलकर खाक हो गईं। आग ने 7 दोपहिया और 4 चारपहिया वाहनों को अपनी चपेट में ले लिया, जबकि दमकल विभाग की टीम ने 10 अन्य वाहनों को बचा लिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग ग्राउंड फ्लोर पर लगी थी, लेकिन कुछ ही मिनटों में पूरे अपार्टमेंट में घना धुआं फैल गया। दमकल विभाग ने कड़ी मशक्कत के बाद एक घंटे में आग पर काबू पा लिया, लेकिन तब तक कई गाड़ियां जलकर राख हो चुकी थीं। इस हादसे ने लोगों में दहशत फैला दी, हालांकि राहत की बात यह रही कि कोई जानी नुकसान नहीं हुआ।
Ghaziabad और Lucknow की इन दो बड़ी घटनाओं ने उत्तर प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन सवाल ये है कि कब तक ऐसे हादसे मज़दूरों और आम नागरिकों की जान लेते रहेंगे?