बॉम्बे हाई कोर्ट ने फिल्म ‘इन गलियों में’ के एक दृश्य को लेकर सेंसर बोर्ड (CBFC) द्वारा उठाई गई आपत्ति को खारिज कर दिया है। कोर्ट ने कहा कि जब यह झंडा किसी राष्ट्र या राजनीतिक दल का नहीं है, तो इसे आपत्तिजनक नहीं माना जा सकता।
यह मामला फिल्म के निर्देशक विनोद कुमार द्वारा दायर एक याचिका से जुड़ा था, जिसमें CBFC द्वारा सुझाए गए बदलावों को चुनौती दी गई थी। सेंसर बोर्ड ने फिल्म में कुछ दृश्यों, संवादों और शब्दों को हटाने व बदलने का सुझाव दिया था। इसमें झंडे को पैरों तले कुचलने वाला दृश्य हटाने की मांग भी शामिल थी।
CBFC के वकील विनीत जैन ने अदालत में दलील दी कि किसी भी प्रकार के झंडे को अपमानजनक तरीके से दिखाना गलत संदेश दे सकता है। वहीं, फिल्म निर्देशक के वकील सुशील उपाध्याय ने तर्क दिया कि यह झंडा न तो किसी देश का है और न ही किसी राजनीतिक दल का, इसलिए इस पर आपत्ति करना अनुचित है।
अदालत का फैसला
न्यायमूर्ति मनीष पिताले की पीठ ने फैसला देते हुए कहा कि फिल्म की कहानी के अनुसार यह झंडा एक काल्पनिक राजनीतिक दल का है, जिसका नेता समुदायों के बीच नफरत फैलाने की कोशिश करता है, लेकिन चुनाव में बुरी तरह हार जाता है। ऐसे में, इस दृश्य को आपत्तिजनक नहीं माना जा सकता। अदालत ने कहा, “फिल्म के संदेश और कहानी को देखते हुए, इस झंडे को कुचलने वाला दृश्य आपत्तिजनक नहीं है। CBFC की यह आपत्ति निराधार है और इसे खारिज किया जाता है।”
संवादों पर भी आपत्ति
CBFC ने फिल्म के कुछ संवादों पर भी आपत्ति जताई थी। इस पर हाई कोर्ट ने कहा कि पूरे फिल्म के संदर्भ में देखें तो ये संवाद अनुचित नहीं लगते। कोर्ट ने टिप्पणी की, “CBFC अपनी गाइडलाइंस को जरूरत से ज्यादा सख्ती से लागू कर रहा है।”
हालांकि, अदालत ने CBFC द्वारा सुझाए गए कुछ अन्य बदलावों को स्वीकार किया, जिन्हें निर्देशक ने भी स्वेच्छा से मान लिया था। कोर्ट ने निर्देश दिया कि फिल्म का संशोधित संस्करण प्रस्तुत किया जाए और CBFC इसे एक सप्ताह के भीतर UA-12 प्रमाणपत्र जारी करे।
फिल्म की कहानी
‘इन गलियों में’ फिल्म लखनऊ की पृष्ठभूमि पर आधारित है। इसमें दो अलग-अलग समुदायों के प्रेमी-प्रेमिका की कहानी दिखाई गई है, जो चुनावी माहौल में फैली अफवाहों के कारण मुश्किलों में पड़ जाते हैं। इस फिल्म में जावेद जाफरी, विवान शाह और अवंतिका दासानी मुख्य भूमिका में हैं।
नोट: हम बिजनेस हेडलाइन (BH) में अपनी नैतिकता को बहुत गंभीरता से लेते हैं। इस बारे में अधिक जानकारी यहाँ प्राप्त की जा सकती है।