पटना: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर रविवार को बिहार बंद के दौरान भारी हंगामा हुआ। बंद समर्थकों ने जगह-जगह सड़कें जाम कीं, दुकानों में तोड़फोड़ की और मेट्रो निर्माण में लगे वाहनों को भी निशाना बनाया। इस मामले में पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव समेत 200 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पटना के कोतवाली और गांधी मैदान थानों में बंद समर्थकों पर अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। कोतवाली थाने में 150 और गांधी मैदान थाने में 45-50 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने 15 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया, जिन्हें बाद में बांड भरवाकर रिहा कर दिया गया।
प्रदर्शन के दौरान तोड़फोड़ और यातायात बाधित
सुबह करीब 10:30 बजे छात्र युवा शक्ति संगठन के सदस्यों ने बीपीएससी परीक्षा दोबारा करवाने की मांग को लेकर पटना यूनिवर्सिटी से पैदल मार्च निकाला। इस प्रदर्शन में सांसद पप्पू यादव भी शामिल हुए। अशोक राजपथ पर प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाकर विरोध जताया। इस दौरान मेट्रो निर्माण में लगे एक हाइवा का शीशा तोड़ दिया गया।
बंद समर्थकों ने जबरन दुकानों को बंद करवाने की कोशिश की। लाठी-डंडों के बल पर दुकानदारों से भिड़ंत भी हुई, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया।
डाकबंगला चौराहे पर प्रदर्शन और ट्रैफिक जाम
दोपहर 12 बजे प्रदर्शनकारी डाकबंगला चौराहे पर जमा हो गए। सांसद पप्पू यादव के नेतृत्व में यहां जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन हुआ। करीब एक घंटे तक यह प्रदर्शन चला, जिससे चौराहे पर यातायात पूरी तरह से ठप हो गया। बाद में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को जबरन हटाया और कुछ लोगों को हिरासत में लिया।
पप्पू यादव का बयान
सांसद पप्पू यादव ने कहा कि बीपीएससी परीक्षा में छात्रों के साथ नाइंसाफी हुई है। उन्होंने कहा, “जब इतने सारे छात्र और शिक्षक विरोध कर रहे हैं, तो यह किसी व्यक्तिगत लाभ के लिए नहीं, बल्कि सामूहिक मांग है। इसे गलत ठहराना अन्याय है।”
पुलिस प्रशासन सतर्क
पुलिस ने प्रदर्शन के दौरान हुई तोड़फोड़ और हिंसा को लेकर कड़ी कार्रवाई की बात कही है। अधिकारियों ने कहा कि दोषियों को चिह्नित कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।