Pakistan में सबसे ज्यादा भिखारी हैं और ये भिखारी हर दिन करीब 32 अरब रुपये की भीख मांग कर कमाते हैं। ये कोई मामूली बात नहीं, बल्कि एक बड़ा कारोबार बन चुका है। Pakistan में करीब 3 करोड़ 80 लाख लोग भिखारी हैं, जो हर दिन लोगों से भीख लेकर भारी रकम जुटाते हैं।
Pakistan की हालत इतनी खराब है कि वहां के नेता भी बार-बार विदेशों से मदद मांगते रहते हैं, लेकिन देश के अंदर भीख मांगना आम बात हो गई है। Karachi जैसे बड़े शहर में एक भिखारी रोजाना on average 2,000 रुपये भीख में कमाता है। वहीं Lahore में 1,400 रुपये और Islamabad में 950 रुपये रोजाना भीख में मिलते हैं। पूरे Pakistan में on average एक भिखारी रोजाना 850 रुपये कमाता है।
यह भिखारी सिर्फ Pakistan तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि विदेशों में भी उनका बड़ा रैकेट चल रहा है। खासकर Saudi Arabia में कई पाकिस्तानी भिखारी पकड़े गए हैं। वे हज या उमराह के वीजा लेकर वहां जाते हैं और वहां भी भीख मांगते हैं। Saudi सरकार ने Pakistan को इस पर कड़ी चेतावनी भी दी है और कहा है कि अगर ऐसा नहीं रुका तो वीजा बंद कर दिया जाएगा।
Pakistan की सरकार भी इस मामले को लेकर चिंतित है। रक्षा मंत्री ने खुद माना है कि भिखारियों की यह फौज देश की बदनामी कर रही है। भिखारियों को भीख मांगने के लिए खास ट्रेनिंग दी जाती है ताकि वे लोगों को आसानी से रुला सकें और ज्यादा पैसे जुटा सकें।
यह पूरा मामला Pakistan की बढ़ती गरीबी और बेरोजगारी का भी सच्चा आईना है। जब लोग काम नहीं पा पाते और सरकार कोई समाधान नहीं निकाल पाती, तो भिखारी बनना आम हो जाता है। इस भीख के कारोबार से पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय छवि भी खराब हो रही है।
अगर Pakistan ने इस समस्या पर काबू नहीं पाया, तो इसका बड़ा असर देश की इज़्ज़त पर पड़ेगा। देश की हालत इतनी दयनीय है कि भिखारियों का यह धंधा अब विदेशों तक फैल गया है। इसे रोकना अब सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गई है।
