अमेरिका के President Donald Trump के ताजा Tariff हमले के बाद China ने India को कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होने का संदेश दिया है। मंगलवार को Chinese Embassy की प्रवक्ता यू जिंग ने India में एक बयान जारी कर कहा कि America का यह कदम विकासशील देशों के हक को चोट पहुंचा रहा है और ऐसे में India और China को एक साथ आकर इसका सामना करना चाहिए।
Yu Jing ने सोशल मीडिया पर कहा, “चीन की अर्थव्यवस्था मजबूत नींव पर टिकी है। हमारी इंडस्ट्री लगातार आधुनिक हो रही है, R&D और इनोवेशन में भारी निवेश हो रहा है।” उन्होंने यह भी बताया कि China Global Economy में बड़ा योगदान दे रहा है और हर साल करीब 30% Growth का हिस्सा बनता है।
China’s economy is underpinned by a system that ensures steady growth, and produces positive spillovers. Chinese manufacturing is built on a complete and continually upgrading industrial system, sustained investment in R&D, and a strong focus on innovation.
China is a firm… pic.twitter.com/w3QuSCingL
— Yu Jing (@ChinaSpox_India) April 8, 2025
उन्होंने साफ कहा कि America के Tariff War का सबसे ज्यादा असर विकासशील देशों पर पड़ता है। “India और China को इस एकतरफा नीति का मिलकर विरोध करना चाहिए,” उन्होंने जोड़ा। Yu Jing का मानना है कि ऐसे व्यापारिक युद्ध में कोई जीतता नहीं, उल्टा वैश्विक अर्थव्यवस्था को नुकसान होता है।
इस बीच White House ने भी बड़ा ऐलान किया है कि बुधवार से China के सामानों पर 104% तक का आयात शुल्क लगाया जाएगा। Trump ने पहले ही चेतावनी दी थी कि अगर China ने जवाबी कदम नहीं हटाया, तो अमेरिका और कड़े Tariff लगाएगा।
Chinese Prime Minister Li Keqiang ने भी Trump की Tariff नीति को लेकर चिंता जाहिर की है, लेकिन इसके साथ ही उन्होंने भरोसा जताया कि चीन के पास सभी आर्थिक झटकों से निपटने की ताकत है। European Union की President Ursula von der Leyen से बातचीत में ली ने कहा, “हमारी आर्थिक रणनीति मजबूत है और हम किसी भी बाहरी दबाव को संभालने के लिए तैयार हैं।”
अब बड़ा सवाल है कि क्या India इस मौक़े पर China के साथ खड़ा होगा या America के साथ अपने रिश्तों को बनाए रखेगा? आने वाले दिन तय करेंगे कि एशिया की दो बड़ी ताकतें मिलती हैं या अलग रास्ता चुनती हैं।
