2024 में डलाल स्ट्रीट पर छोटे और मिडकैप शेयरों ने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया, जिसे सकारात्मक स्टॉक मार्केट ट्रेंड और खुदरा निवेशकों की भागीदारी ने बढ़ावा दिया। इस साल प्रमुख इंडेक्स ने कई रिकॉर्ड तोड़े, और इसके पीछे मजबूत घरेलू लिक्विडिटी, भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूत बुनियादी स्थिति और नीति निरंतरता जैसे कारण थे।
विश्लेषकों का मानना है कि अगले साल भी मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स के लिए सकारात्मक रुझान बने रहेंगे, जो घरेलू खपत और सरकार के इन्फ्रास्ट्रक्चर खर्च जैसे कारकों से प्रेरित होंगे।
2024 के 23 दिसंबर तक, बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स 12,144.15 अंक (28.45%) बढ़कर 57,827.69 पर पहुंच गया, जबकि मिडकैप इंडेक्स 9,435.09 अंक (25.61%) चढ़कर 49,701.15 पर पहुंच गया। इस दौरान, 30-शेयर बीएसई बेंचमार्क SENSEX ने 6,299.91 अंक (8.72%) की वृद्धि दर्ज की।
विश्लेषकों के अनुसार, घरेलू निवेशकों की बढ़ी हुई रुचि, उच्च रिटर्न की तलाश और स्मॉलकैप और मिडकैप स्टॉक्स की मूल्यांकन में सुधार ने भी इस ट्रेंड में अहम भूमिका निभाई। इन कारकों के कारण छोटे और मिडकैप इंडेक्स इस साल के प्रमुख प्रदर्शनकर्ता बने।
मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स आमतौर पर बुल मार्केट में बड़े शेयरों को पछाड़ते हैं, और 2024 में भी यह देखा गया। बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स ने 12 दिसंबर को अपना लाइफटाइम हाई 57,827.69 पर हासिल किया, जबकि मिडकैप इंडेक्स ने 24 सितंबर को 49,701.15 का रिकॉर्ड सेट किया।
कुल मिलाकर, 2024 खुदरा निवेशकों के लिए एक अच्छा साल रहा, खासकर मिडकैप और स्मॉलकैप सेक्टर में निवेशकों ने अच्छा रिटर्न कमाया।