परिणाम दिल्ली में एक कड़े राजनीतिक मुकाबले का निष्कर्ष लाएंगे, जहां आम आदमी पार्टी (आप) कई आपराधिक मामलों से जूझ रही है और हाल ही में लोकसभा चुनाव में जीत के बाद भाजपा उत्साहित है। वोटों की गिनती से ठीक पहले आप और चुनाव आयोग के बीच टकराव देखने को मिला, जहां आप ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग बूथ-वार डेटा जारी नहीं कर रहा है।
ज्यादातर एग्जिट पोल्स ने बीजेपी और उसके सहयोगियों की जीत का अनुमान लगाया है, जिससे पार्टी को 28 साल बाद दिल्ली में सरकार बनाने का रास्ता मिल सकता है। कांग्रेस के पिछले दो चुनावों की तरह इस बार भी कोई खास बढ़त हासिल करने की संभावना नहीं जताई गई है, जहां वह खाता खोलने में भी नाकाम रही थी। अगर आप को सत्ता में वापसी का जनादेश मिलता है, तो यह लगातार चौथी बार सरकार बनाएगी और दिल्ली में कांग्रेस के 15 साल के रिकॉर्ड को तोड़ देगी।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में 5 फरवरी को हुए एक ही चरण के मतदान में 60.54 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई।
