दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर सनातन धर्म का अपमान करने और रामचरितमानस की गलत व्याख्या करने का आरोप लगाया है। यह बयान आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र दिया गया, जो 5 फरवरी को होने वाले हैं।
सचदेवा ने केजरीवाल की मंदिर यात्राओं पर उठाए सवाल
सचदेवा ने केजरीवाल की मंदिर यात्राओं को चुनावी राजनीति से प्रेरित बताते हुए उनकी श्रद्धा पर सवाल उठाए। उन्होंने मंगलवार को कनॉट प्लेस स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना के दौरान कहा, “केजरीवाल को मंदिर सिर्फ चुनाव के समय याद आते हैं।” इस दौरान सचदेवा ने ‘राम नाम’ लिखी हुई एक पवित्र चुनरी पहनी और केजरीवाल पर धार्मिक भावनाओं की अनदेखी का आरोप लगाया।
सचदेवा ने केजरीवाल के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पर दिए गए पुराने बयानों को लेकर भी उन्हें घेरा। उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता उनकी नानी ने उन्हें क्या सिखाया, लेकिन अब चुनाव आते ही उन्हें राम मंदिर याद आ रहा है।”
गरीबों के घर: एक बड़ा मुद्दा
सचदेवा ने आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार ने सफाईकर्मियों और मजदूरों के लिए घोघा भवन नरेला में बने 50,000 सरकारी फ्लैट्स का आवंटन जानबूझकर रोका है। उन्होंने दावा किया कि इस योजना का 60% खर्च केंद्र सरकार ने वहन किया, लेकिन केजरीवाल सरकार ने इसे गरीबों तक नहीं पहुंचने दिया।
बीजेपी नेता ने बीजेपी सांसद योगेंद्र चंदोलिया के साथ बवाना के झुग्गी-झोपड़ी क्षेत्रों का दौरा किया और आप सरकार के तहत सरकारी फ्लैट्स की खराब स्थिति को उजागर किया। उन्होंने इस दौरे को लाइव स्ट्रीम करते हुए दिल्ली सरकार पर जनता के धन के दुरुपयोग और लापरवाही का आरोप लगाया।
तीन-तरफा मुकाबला
दिल्ली विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। 2020 के चुनावों में आप ने 70 में से 62 सीटें जीतकर भारी बढ़त बनाई थी, जबकि बीजेपी को 8 सीटें मिली थीं। कांग्रेस खाता भी नहीं खोल पाई थी।
हालांकि, विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ का हिस्सा होने के बावजूद आप और कांग्रेस अलग-अलग चुनाव लड़ रही हैं और एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रही हैं। वहीं, बीजेपी के नेतृत्व वाला एनडीए एकजुट नजर आ रहा है। एनडीए ने 70 में से 68 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि 2 सीटें जेडीयू और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को दी हैं।
दिल्ली में मतदान 5 फरवरी को होगा और मतगणना 8 फरवरी को। यह चुनाव सभी पार्टियों के लिए अपनी रणनीति और प्रभाव का परीक्षण साबित होगा।
