सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने की राजा को वापस लाने की मांग, सरकार के खिलाफ नारेबाजी
Nepal में एक बार फिर राजशाही की वापसी की मांग तेज हो गई है। हजारों लोग सड़कों पर उतरकर लोकतंत्र को खत्म करने और पूर्व राजा Gyanendra Shah को फिर से सत्ता सौंपने की मांग कर रहे हैं।
राजधानी Kathmandu समेत कई बड़े शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए, जहां लोगों ने Nepal सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
राजशाही समर्थकों का प्रदर्शन:
राजशाही समर्थकों का कहना है कि 2008 में जब Nepal को लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित किया गया था, तब जनता को झूठे सपने दिखाए गए थे।
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि लोकतांत्रिक सरकारें भ्रष्टाचार में डूबी हुई हैं और देश आर्थिक संकट से जूझ रहा है। इसी वजह से नेपाल के लोग अब फिर से राजशाही की वापसी चाहते हैं।
प्रदर्शन में शामिल 35 वर्षीय Prem Raj Tamang ने कहा, “हमने लोकतंत्र को स्वीकार किया, लेकिन इससे देश की हालत बदतर हो गई। राजशाही में नेपाल ज्यादा स्थिर और खुशहाल था।”
सरकार के खिलाफ बढ़ता गुस्सा:
Nepal में बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से जनता नाराज है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि मौजूदा सरकार जनता की समस्याओं को हल करने में नाकाम रही है।
प्रदर्शन में मौजूद युवा नेता Santosh Thapa ने कहा, “अगर सरकार जनता की समस्याओं को हल नहीं कर सकती, तो हमें राजा की जरूरत है, जो देश को सही दिशा में ले जाए।”
सुरक्षा के कड़े इंतजाम:
Kathmandu और अन्य प्रमुख शहरों में पुलिस बल तैनात किया गया है। हालांकि, अभी तक प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहे हैं।
Nepal सरकार ने कहा है कि वह जनता की आवाज सुनेगी, लेकिन लोकतंत्र को खत्म करने का कोई सवाल ही नहीं उठता।
Nepal में राजशाही की वापसी संभव होगी या नहीं, यह तो भविष्य ही बताएगा, लेकिन जनता का गुस्सा यह संकेत जरूर दे रहा है कि मौजूदा सरकार को जल्द ही कुछ कड़े फैसले लेने होंगे।