छत्तीसगढ़ के पूर्व CM Bhupesh Baghel और उनके बेटे चैतन्य बघेल के घर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार को छापेमारी की। यह कार्रवाई कथित बहुकरोड़ शराब घोटाले की जांच के तहत की गई। सूत्रों के मुताबिक, राज्य में कुल 14 ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया गया।
Congress सांसद माणिकम टैगोर ने ED की इस कार्रवाई को केंद्र सरकार की साजिश बताया और आरोप लगाया कि ED PM Narendra Modi और गृहमंत्री अमित शाह की “पालतू एजेंसी” बन गई है। उन्होंने कहा कि BJP और RSS झूठी कहानियां गढ़कर Congress को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं।
वहीं, छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा कि Bhupesh Baghel के कार्यकाल में बड़े घोटाले हुए हैं और ED की यह छापेमारी अचानक नहीं हुई, बल्कि यह लंबे समय से चल रही जांच का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि अगर कोई निर्दोष है तो उसे डरने की जरूरत नहीं है।
ED का दावा है कि 2019 से 2022 के बीच छत्तीसगढ़ में शराब बिक्री से जुड़ी अनियमितताओं के कारण करीब 2,161 करोड़ रुपये की हेराफेरी की गई। एजेंसी ने कहा कि इस घोटाले में सरकारी अधिकारियों, राजनेताओं और शराब कारोबारियों का गठजोड़ शामिल था, जिन्होंने गैरकानूनी तरीके से मोटी कमाई की।
ED की इस कार्रवाई से छत्तीसगढ़ की राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस ने इसे बीजेपी की साजिश बताया, जबकि बीजेपी ने इसे न्याय की दिशा में एक कदम करार दिया।
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