Gaza पट्टी में जारी संघर्ष के बीच हालात और भयावह हो गए हैं। बीते तीन दिनों में 600 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है,
जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, हवाई हमलों और जमीनी अभियानों में आम नागरिक भारी संख्या में हताहत हो रहे हैं। स्थानीय अधिकारियों और राहत संगठनों का कहना है कि हालिया हमलों में हमास के आतंकियों से ज्यादा निर्दोष नागरिक निशाना बने हैं।
राहत और बचाव कार्य मुश्किल में:
लगातार हो रहे हमलों के कारण राहत और बचाव कार्यों में भी दिक्कत आ रही है। एंबुलेंस और मेडिकल स्टाफ को कई इलाकों तक पहुंचने नहीं दिया जा रहा है, जिससे घायलों की मौतें बढ़ रही हैं। इस संकट के बीच स्थानीय लोग अपनी जान बचाने के लिए सुरक्षित स्थानों की तलाश में भटक रहे हैं।
Gaza में बिगड़ते हालात
Gaza में बमबारी और हमलों का सिलसिला लगातार जारी है। अस्पतालों में घायलों की संख्या इतनी बढ़ चुकी है कि इलाज के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं बचे हैं। डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी दिन-रात घायलों की मदद करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन दवाइयों, बिजली और मेडिकल उपकरणों की भारी कमी के कारण हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं।
हमास से ज्यादा आम नागरिक प्रभावित
स्थानीय Media Reports के मुताबिक, हालिया हमलों में सबसे ज्यादा नुकसान आम लोगों को हुआ है। न केवल रिहायशी इलाकों पर बमबारी हो रही है, बल्कि शरणार्थी कैंप और अस्पतालों को भी नुकसान पहुंचा है। राहत संगठनों का कहना है कि हालात इतने खराब हैं कि हजारों परिवार बेघर हो गए हैं और खाने-पीने की वस्तुएं भी मुश्किल से मिल रही हैं।
International समुदाय की चुप्पी?
संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने हालात पर चिंता जताई है, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान निकलता नहीं दिख रहा। कई देशों ने शांति की अपील की है, लेकिन गाजा के निर्दोष नागरिक लगातार हमलों की चपेट में हैं। अब देखना होगा कि अंतरराष्ट्रीय दबाव से हालात कब और कैसे बदलते हैं।