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Tuesday, April 29, 2025

‘बुलडोजर से इतिहास नहीं मिटाया जा सकता’: Sheikh Hasina का Muhammad Yunus पर तीखा हमला

बांग्लादेश में Sheikh Mujibur Rahman के ऐतिहासिक आवास पर हमला, बढ़ा राजनीतिक तनाव

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बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री Sheikh Hasina ने बुधवार रात (5 फरवरी) Awami League Party के समर्थकों को संबोधित किया। उनके संबोधन के ख़त्म होते ही खबर आई कि ढाका में प्रदर्शनकारियों ने उनके पिता और बांग्लादेश के संस्थापक Sheikh Mujibur Rahman के ऐतिहासिक आवास पर हमला बोल दिया। प्रदर्शनकारियों ने घर में तोड़फोड़ की और आग लगा दी। इस घटना ने बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिति को और भी तनावपूर्ण बना दिया है।

Sheikh Hasina ने फेसबुक लाइव के जरिए अपने समर्थकों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि बांग्लादेश में उनके खिलाफ आंदोलन चलाया गया और उनकी हत्या की साजिश रची गई। उन्होंने सीधे तौर पर अर्थशास्त्री और नोबेल पुरस्कार विजेता Md. Yunus पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, “यूनुस ने मुझे और मेरी बहन को मारने की योजना बनाई थी।”

इसके अलावा, Sheikh Hasina ने कहा, “अगर अल्लाह ने मुझे इन हमलों के बावजूद भी जिंदा रखा है तो जरूर कोई बड़ा काम करना होगा। अगर ऐसा नहीं होता तो मैं इतनी बार मौत को मात नहीं दे पाती।”

अपने संबोधन के दौरान Sheikh Hasina ने सवाल उठाया कि उनके घर को आग क्यों लगाई गई? उन्होंने बांग्लादेश के नागरिकों से न्याय की मांग करते हुए कहा, “क्या मैंने अपने मुल्क के लिए कुछ नहीं किया? हमारा इतना अपमान क्यों किया गया?” उन्होंने प्रदर्शनकारियों की आलोचना करते हुए कहा, “बुलडोजर से घर को गिराया जा सकता है, लेकिन इतिहास को कभी मिटाया नहीं जा सकता।”

Sheikh Hasina ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि उनके पिता का घर बांग्लादेश के स्वतंत्रता संग्राम का प्रतीक है। उन्होंने Md. Yunus और उनके समर्थकों को चुनौती देते हुए कहा, “वे लोग राष्ट्रीय ध्वज और संविधान को नष्ट कर सकते हैं, लेकिन इतिहास को मिटा नहीं सकते।”

Hasina के संबोधन के बाद ढाका के धानमंडी इलाके में स्थित शेख मुजीबुर रहमान के ऐतिहासिक आवास के बाहर हजारों प्रदर्शनकारी एकत्रित हो गए। इस घर को अब एक स्मारक संग्रहालय में बदल दिया गया है और इसे बांग्लादेश के स्वतंत्रता आंदोलन का महत्वपूर्ण स्थल माना जाता है।

प्रदर्शनकारियों ने सोशल मीडिया पर “बुलडोजर जुलूस” का आह्वान किया था, जिसके बाद यह हमला हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सेना के एक समूह ने प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की, लेकिन उन्हें हूटिंग का सामना करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने इमारत की दीवार पर बने Sheikh Mujibur Rahman के भित्ति चित्र को नुकसान पहुंचाया और लिखा “अब 32 नहीं होगा।”

बता दें Sheikh Hasina की 5 अगस्त 2024 से भारत में रह रही हैं, जब बांग्लादेश में बड़े छात्र विरोध प्रदर्शनों के बाद उन्हें देश छोड़ना पड़ा था।

इस बीच, बांग्लादेश के गृह सलाहकार सेवानिवृत्तहो चुके लेफ्टिनेंट जनरल Md. Jahangir Alam Chaudhary ने कहा कि अंतरिम सरकार भारत से Sheikh Hasina और उनके सहयोगियों को प्रत्यर्पण संधि के तहत वापस लाने के लिए सभी प्रयास कर रही है।

बांग्लादेश की मौजूदा राजनीतिक स्थिति बेहद संवेदनशील हो गई है। Sheikh Hasina के समर्थक और विरोधी दोनों ही आमने-सामने आ चुके हैं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे क्या राजनीतिक घटनाक्रम होते हैं और Sheikh Hasina बांग्लादेश की राजनीति में वापसी कर पाती है या नहीं।

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