Indian Army ने हाल ही में एक उन्नत Kamikaze Drone का सफल परीक्षण किया है, जो दुश्मन के टैंकों और बंकरों को नष्ट करने में सक्षम है।
यह स्वदेशी रूप से विकसित ड्रोन सेना की मारक क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
इस Drone को ‘खड़गा कामिकेज़’ नाम दिया गया है, जिसे भारतीय सेना की खड़गा कोर ने विकसित किया है।
यह Dron उच्च गति और कम वजन वाला हवाई वाहन है, जिसे खुफिया, निगरानी और हमले की भूमिकाओं में तैनात किया जा सकता है।
यह 700 ग्राम तक के विस्फोटक पेलोड को ले जाने में सक्षम है और इसमें जीपीएस और उच्च-रिज़ॉल्यूशन कैमरा लगा हुआ है, जो दुश्मन के इलेक्ट्रोमैग्नेटिक स्पेक्ट्रम जैमिंग को भी चकमा दे सकता है।
इसके अलावा, भारतीय सेना ने ‘नागास्त्र-1’ नामक स्वदेशी आत्मघाती ड्रोन का पहला बैच भी प्राप्त किया है। यह ड्रोन 60 से 90 मिनट तक उड़ान भर सकता है और 15 किमी की ऑपरेशनल रेंज रखता है।
यह 1 से 4 किलोग्राम तक के हथियार ले जाने में सक्षम है और दुश्मन के टैंकों, बंकरों, बख्तरबंद वाहनों, हथियार डिपो या सैन्य समूहों पर घातक हमला कर सकता है।
सेना ने IIT Jammu में आयोजित विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी Expo में भी एक उन्नत Kamikaze Drone
का प्रदर्शन किया, जिसमें इसकी निगरानी और हमला करने की क्षमताओं पर प्रकाश डाला गया।
यह Drone 150 से 300 ग्राम तक का पेलोड ले जाने के लिए Design किया गया है और इसकी उड़ान अवधि 30 मिनट तक हो सकती है।
इन स्वदेशी Drone तकनीकों के विकास और सफल परीक्षण से भारतीय सेना की आत्मनिर्भरता और मारक क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
ये Drone दुश्मन के ठिकानों पर सटीक और प्रभावी हमले करने में सक्षम हैं, जिससे सेना की रणनीतिक बढ़त में इजाफा होगा।
भारतीय सेना के अधिकारियों के अनुसार, यह Drone Future के युद्ध परिदृश्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह छोटे लक्ष्यों पर भी सटीक हमला करने में सक्षम है और सेना की निगरानी क्षमताओं को भी बढ़ाएगा। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत विकसित इस तकनीक से रक्षा क्षेत्र में देश की मजबूती बढ़ेगी।