भारतीय मूल के Kash Patel ने शुक्रवार को अमेरिका की प्रेस्टीजियस जांच एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) के नौवें निदेशक के रूप में शपथ ली। उन्होंने भगवद गीता पर हाथ रखकर पद की शपथ ली। इस दौरान उनकी परिवार और गर्लफ्रेंड उनके साथ खड़े थे। Patel ने कहा कि यह उनके लिए अमेरिकन ड्रीम पूरा होने जैसा है।
शपथ ग्रहण समारोह आइजनहावर एग्जीक्यूटिव ऑफिस बिल्डिंग में आयोजित हुआ, जहां अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पैम बॉन्डी ने उन्हें शपथ दिलाई। वह क्रिस्टोफर रे की जगह लेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड Trump ने Patel को “मजबूत और सख्त” नेता बताते हुए उनकी तारीफ की और कहा कि वह FBI के इतिहास के सबसे बेहतरीन निदेशक साबित होंगे।

शपथ लेने के बाद Kash Patel ने अपने भाषण में कहा, “अगर कोई सोचता है कि अमेरिकन ड्रीम खत्म हो गया है, तो मुझे देख लीजिए। मैं एक भारतीय मूल का पहला व्यक्ति हूं, जो दुनिया के सबसे महान देश की शीर्ष जांच एजेंसी का नेतृत्व करने जा रहा है। यह केवल अमेरिका में ही संभव है।” उन्होंने FBI में जवाबदेही और पारदर्शिता बनाए रखने का संकल्प भी लिया।

Patel की नियुक्ति को लेकर सीनेट में कड़ा मुकाबला देखने को मिला। रिपब्लिकन पार्टी में ही कुछ नेताओं ने विरोध जताया, लेकिन 51-49 वोटों से उन्हें मंजूरी मिल गई। सभी डेमोक्रेटिक सांसदों ने उनके खिलाफ वोट डाला, लेकिन रिपब्लिकन पार्टी के बहुमत के कारण उनकी नियुक्ति को मंजूरी मिल गई।

व्हाइट हाउस ने Patel की पुष्टि को न्याय की रिस्टोर फेयरनेस करने और कानून के शासन को बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। सोशल मीडिया पर व्हाइट हाउस ने लिखा, “Kash Patel का FBI निदेशक बनना राष्ट्रपति ट्रंप के एजेंडे को पूरा करने की दिशा में अहम कदम है।”

Patel, जो राष्ट्रपति ट्रंप के करीबी माने जाते हैं, ने नियुक्ति के बाद Trump और अटॉर्नी जनरल बॉन्डी का धन्यवाद किया और कहा कि वह FBI को पारदर्शी, जवाबदेह और न्याय के लिए प्रतिबद्ध एजेंसी बनाने का संकल्प लेते हैं।
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