साल 2024 के आखिरी कारोबारी सत्र में भारतीय शेयर बाजार गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। निवेशकों की बिकवाली और आईटी सेक्टर में मंदी के चलते बीएसई सेंसेक्स में 266 अंकों की गिरावट आई, जिससे यह 78,000 के स्तर के नीचे खुला। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी भी 84 अंकों की गिरावट के साथ कारोबार की शुरुआत करने में सफल रहा। फिलहाल, सेंसेक्स 625 अंक गिरकर 77,643 पर और निफ्टी 160 अंक नीचे 23,488 पर कारोबार कर रहा है।
आईटी शेयरों का दबाव
साल के आखिरी सेशन में आईटी सेक्टर के शेयरों ने बाजार का मूड बिगाड़ दिया है। आईटी कंपनियों के शेयरों में बिकवाली के कारण निफ्टी का आईटी इंडेक्स करीब 1000 अंकों की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। इसके अलावा, बैंकिंग, एफएमसीजी, मेटल्स, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, हेल्थकेयर, एनर्जी और मीडिया सेक्टर के शेयरों में भी गिरावट देखी जा रही है। हालांकि, फार्मा और ऑयल एंड गैस सेक्टर में कुछ तेजी नजर आ रही है। मिड-कैप और स्मॉल-कैप स्टॉक्स भी गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। निफ्टी का मिड-कैप इंडेक्स 518 अंकों की गिरावट के साथ और स्मॉल-कैप इंडेक्स 115 अंकों की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है।
निवेशकों को भारी नुकसान
आज के सेशन में भी निवेशकों को 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। बीएसई पर लिस्टेड स्टॉक्स का मार्केट कैप 437.82 लाख करोड़ रुपये तक गिरकर आ गया है, जबकि पिछले सत्र में यह 441.35 लाख करोड़ रुपये था। इस गिरावट के साथ आज के सत्र में निवेशकों को 3.53 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
गिरने वाले प्रमुख स्टॉक्स
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 24 में गिरावट दर्ज की जा रही है, जबकि केवल 6 शेयरों में तेजी दिख रही है। गिरावट वाले प्रमुख शेयरों में टेक महिंद्रा (2.47%), इंफोसिस (2.45%), जोमैटो (2.21%), टीसीएस (2.20%), एचसीएल टेक (1.49%) और बजाज फाइनेंस (0.98%) शामिल हैं।
विदेशी निवेशकों की बिकवाली का असर
साल 2024 में भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रहा, और विदेशी निवेशकों की बिकवाली के चलते बाजार में गिरावट का दौर शुरू हुआ। 2024 के पहले हिस्से में सेंसेक्स और निफ्टी ने अच्छी बढ़त दर्ज की थी, लेकिन सितंबर 2024 के आखिरी हफ्ते से विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की बिकवाली ने बाजार में दबाव डाला, जिससे यह उछाल सीमित रहा।
सेंसेक्स और निफ्टी में अब तक कुल 7.75% और 8.34% की बढ़त हुई है। हालांकि, सेंसेक्स इस साल 85,978 और निफ्टी 26,277 के उच्चतम स्तर तक पहुंचे हैं। 2024 में निवेशकों की संपत्ति में करीब 75 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है, लेकिन विदेशी निवेशकों की बिकवाली और वैश्विक अनिश्चितताओं के चलते बाजार में दबाव बना हुआ है।
2024 का साल भारतीय शेयर बाजार के लिए मिश्रित साबित हुआ है। विदेशी निवेशकों की बिकवाली, खासकर आईटी और बैंकिंग सेक्टर के शेयरों में कमजोरी, ने बाजार के तेजी के माहौल को प्रभावित किया। हालांकि, साल के अंत में नुकसान की स्थिति के बावजूद, भारतीय शेयर बाजार ने वर्ष भर निवेशकों को सकारात्मक रिटर्न दिया है।