भारतीय शेयर बाजार में सप्ताह के अंत में शुक्रवार को उतार-चढ़ाव भरा सत्र देखने को मिला। प्रमुख सूचकांक NIFTY 50 में हल्की गिरावट रही, क्योंकि निवेशकों ने आगामी कारोबारी दिन 27 अक्टूबर 2025 (सोमवार) से पहले सतर्क रुख अपनाया। सूचकांक 0.37% गिरकर 25,795.15 पर बंद हुआ। बाजार की धारणा कमजोर रही, जहां 34 शेयरों में गिरावट और केवल 16 में तेजी दर्ज की गई।
दिन के कारोबार में निफ्टी ने 25,935.1 के स्तर से शुरुआत की और एक समय 25,944.15 के ऊपरी स्तर तक पहुंचा, लेकिन मुनाफावसूली के चलते यह 25,718.2 तक फिसला। अंत में कुछ सुधार के साथ 25,795.15 पर बंद हुआ। विश्लेषकों का कहना है कि छह दिन की लगातार तेजी के बाद निवेशकों ने लाभ बुकिंग को प्राथमिकता दी, जिससे बाजार पर दबाव दिखा।
बैंकिंग और एफएमसीजी शेयरों ने दबाव बनाया
बाजार की कमजोरी में प्रमुख योगदान बैंकिंग और उपभोक्ता वस्तु (FMCG) कंपनियों का रहा। HDFC Bank (-1.28%), Kotak Bank (-1.49%), और HDFC Life (-0.94%) में गिरावट दर्ज हुई, जिनका संयुक्त वजन निफ्टी में 20% से अधिक है। वहीं Hindustan Unilever (-3.33%) और Cipla (-3.68%) जैसी कंपनियों में तेज गिरावट ने उपभोक्ता और फार्मा शेयरों को कमजोर कर दिया।
दूसरी ओर, कुछ चुनिंदा शेयरों ने दबाव के बावजूद मजबूती दिखाई। Hindalco (+4.11%), ICICI Bank (+1.05%), और Bharti Airtel (+1.00%) में तेजी देखने को मिली, जिससे बाजार की गिरावट को आंशिक रूप से थामा गया।
मेटल सेक्टर में तेजी, तकनीकी संकेत अब भी मजबूत
भले ही बाजार में समग्र गिरावट रही, लेकिन मेटल सेक्टर ने मजबूती दिखाई। अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता में सकारात्मक संकेतों के चलते निवेशकों में मेटल स्टॉक्स को लेकर उत्साह रहा। निफ्टी मेटल इंडेक्स करीब 1% ऊपर बंद हुआ। तकनीकी दृष्टि से RSI लगभग 70 के आसपास बना हुआ है, जो अब भी बाजार की ताकत को दर्शाता है। विश्लेषकों के अनुसार, निकट अवधि में सपोर्ट स्तर 25,507 और 25,328, जबकि रेसिस्टेंस 26,084 और 26,262 पर स्थित हैं।
BANK NIFTY पर मुनाफावसूली का असर, निवेशक 27 अक्टूबर के नतीजों पर निगाह रखे हुए
NIFTY BANK इंडेक्स में शुक्रवार को दबाव देखने को मिला। सूचकांक 378.45 अंक या 0.65% गिरकर 57,699.6 पर बंद हुआ। बैंकिंग सेक्टर के 12 में से 10 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई।
HDFC Bank (-1.28%) और Kotak Bank (-1.49%) ने सूचकांक को नीचे खींचा। इन दोनों का बैंक निफ्टी में 36.92% वजन है। वहीं, ICICI Bank (+1.05%) और Federal Bank (+0.13%) ने हल्की बढ़त दर्ज की।
Axis Bank (-1.33%) और SBI (-0.83%) भी गिरावट में रहे। निवेशक अब Kotak Mahindra Bank के तिमाही नतीजों का इंतजार कर रहे हैं, जो कल यानी 27 अक्टूबर को जारी होने वाले हैं।
दिन के दौरान बैंक निफ्टी ने 58,172.75 पर शुरुआत की, 57,482.05 का निचला स्तर छुआ और बाद में 58,232.9 तक सुधरकर बंद हुआ। तकनीकी रूप से RSI 60 के करीब है, जो हल्के सकारात्मक संकेत देता है। निकट समर्थन स्तर 57,027 और 56,611, जबकि प्रतिरोध 58,372 और 58,788 पर देखा जा रहा है।
SENSEX में 0.41% की गिरावट, 27 अक्टूबर से पहले निवेशकों की सतर्कता
BSE SENSEX शुक्रवार को 0.41% गिरकर 84,211.88 पर बंद हुआ। निवेशकों ने सप्ताहांत से पहले मुनाफावसूली की, जिससे बाजार में दबाव दिखा।
हालांकि ICICI Bank (+1.05%) और Bharti Airtel (+1.00%) ने मजबूती दिखाई, लेकिन HDFC Bank (-1.28%), Axis Bank (-1.33%), और Kotak Bank (-1.49%) जैसे दिग्गज शेयरों में गिरावट ने समग्र बाजार को नीचे धकेला।
Hindustan Unilever (-3.33%) की तेज गिरावट से एफएमसीजी सेक्टर में कमजोरी देखी गई। कुल मिलाकर 30 में से 21 शेयर लाल निशान पर बंद हुए। तकनीकी रूप से, सेंसेक्स के लिए सपोर्ट स्तर 83,237 और 82,634, जबकि रेसिस्टेंस 85,187 और 85,789 पर है।
FINNIFTY में गिरावट, वित्तीय सेवाओं पर दबाव बरकरार
NIFTY Financial Services (FINNIFTY) सूचकांक भी 161.35 अंक या 0.59% गिरकर 27,395.30 पर बंद हुआ। गिरावट का मुख्य कारण HDFC Bank (-1.28%), Axis Bank (-1.33%), और Kotak Bank (-1.49%) जैसी दिग्गज कंपनियों का कमजोर प्रदर्शन रहा।
हालांकि ICICI Bank (+1.05%) और Cholamandalam Financial (+3.72%) ने बढ़त दर्ज की, जिससे कुछ सहारा मिला। समग्र रूप से 20 में से 14 स्टॉक्स लाल निशान पर रहे। विशेषज्ञों के मुताबिक, हालिया तेजी के बाद निवेशकों ने वित्तीय शेयरों में लाभ बुकिंग की।
तकनीकी संकेत बताते हैं कि FINNIFTY के लिए सपोर्ट 27,092 और 26,904, जबकि रेसिस्टेंस 27,699 और 27,886 पर है।
अल्पकालिक दबाव, लेकिन दीर्घकालिक रुझान अब भी सकारात्मक
कुल मिलाकर, शुक्रवार का सत्र भारतीय शेयर बाजार के लिए संतुलित मुनाफावसूली और सेक्टर-आधारित दबाव वाला रहा। बैंकिंग, एफएमसीजी और फार्मा स्टॉक्स ने कमजोरी दिखाई, जबकि मेटल और टेलीकॉम सेक्टर ने बाजार को संभालने की कोशिश की।
तकनीकी रूप से सूचकांक अभी भी अपने EMA स्तरों से ऊपर हैं, जो यह संकेत देता है कि दीर्घकालिक ट्रेंड अभी भी मजबूत है। विश्लेषकों का मानना है कि 27 अक्टूबर (सोमवार) को आने वाले बैंकिंग नतीजे और वैश्विक संकेत बाजार की दिशा तय करेंगे।
