कांग्रेस नेता Harish Rawat ने शुक्रवार को केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) जैसी केंद्रीय एजेंसियों का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। उनका दावा है कि ये एजेंसियां देश को मजबूत करने के बजाय भारतीय जनता पार्टी (BJP) के हित में काम कर रही हैं।
यह बयान तब आया जब Union Minister of State Pankaj Choudhary ने संसद में खुलासा किया कि पिछले 10 वर्षों में ED ने पूर्व नेताओं के खिलाफ 193 मामले दर्ज किए, लेकिन इनमें से सिर्फ दो मामलों में ही सजा हो पाई। इस पर Harish Rawat ने सवाल उठाया कि जब ठोस सबूत नहीं मिलते, तो इतने बड़े पैमाने पर मामले क्यों दर्ज किए जा रहे हैं? उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियों की निष्पक्षता बरकरार रहनी चाहिए, न कि उन्हें राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
Harish Rawat ने यह भी जोर दिया कि ED और अन्य केंद्रीय जांच एजेंसियां Congress सरकार के समय बनाई गई थीं ताकि देश में भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जा सके। लेकिन आज इनका उपयोग विपक्ष को दबाने और BJP की राजनीतिक ताकत को बढ़ाने के लिए किया जा रहा है।
जब उनसे ED की स्थापना को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा, “ये सभी संस्थाएं पंडित नेहरू ने बनाई थीं। ये देश के लिए गर्व की बात हैं, लेकिन अब इनका गलत तरीके से इस्तेमाल हो रहा है।”
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 2022-23 में ED ने 32 मामले दर्ज किए, जो अब तक की सबसे अधिक संख्या है। इसके अलावा, 2020-21 और 2023-24 में 27-27 मामले दर्ज हुए, जबकि 2019-20 और 2021-22 में 26-26 केस दर्ज किए गए। हालांकि, पिछले एक दशक में सिर्फ दो मामलों में ही दोषियों को सजा मिली।
इस पूरे मुद्दे ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। विपक्ष का कहना है कि जांच एजेंसियां निष्पक्ष तरीके से काम नहीं कर रही हैं और उनका इस्तेमाल सिर्फ राजनीतिक विरोधियों को कमजोर करने के लिए किया जा रहा है। अब सबकी नजरें इस पर टिकी हैं कि सरकार इस पर क्या सफाई देती है और क्या ED की कार्यशैली पर कोई ठोस कदम उठाया जाता है या नहीं।