फिल्म निर्माता Karan Johar ने हाल ही में अपनी जिंदगी के उन मुश्किल दिनों के बारे में खुलकर बात की, जब उन्हें बचपन और युवावस्था में अपनी आवाज, शरीर और चलने के तरीके को लेकर खूब ताने और मजाक झेलना पड़ा। एक इंटरव्यू में करण ने बताया कि कैसे कई लोग उनकी शारीरिक विशेषताओं का मजाक उड़ाते थे, लेकिन उनके माता-पिता, दिवंगत Yash Johar और Hiroo Johar, ही उनके लिए “सुरक्षित जगह” थे। Karan ने खुलासा किया कि उनके पिता उन्हें हमेशा प्रोत्साहित करते थे और यहां तक कि एक्टर बनने का सुझाव भी देते थे।
Karan ने बताया, “मुझे हमेशा कहा जाता था कि मेरी आवाज लड़की जैसी है।” उन्होंने यह भी बताया कि अपनी आवाज में बदलाव लाने के लिए उन्होंने दो साल तक क्लास ली। करण ने कहा, “मैंने पब्लिक स्पीकिंग क्लास ली थी, और वहाँ के शिक्षक ने मुझसे कहा कि मुझे समाज में बहुत समस्याएँ आएंगी क्योंकि मेरी आवाज लड़की जैसी है। वे मुझे बारिटोन लाने के लिए एक्सरसाइज देते थे।”
Karan Johar ने यह भी बताया कि उन्होंने इन क्लासेस के बारे में अपने पिता से झूठ बोला था क्योंकि उन्हें इस बारे में शरम आती थी। उन्होंने कहा, “मैंने तीन साल तक ये क्लासेस कीं, ताकि मैं एक मर्दाना आवाज पा सकूं।” हालांकि, अब Karan ने कहा कि वह आज किसी को भी इस तरह का सुझाव नहीं देंगे। “मैं अब कहूंगा कि जो हो, जैसा हो, वैसे रहो। किसी के लिए अपने आप को बदलो मत,” उन्होंने कहा।
Karan Johar का यह खुलासा यह दिखाता है कि उन्होंने कितनी मेहनत और संघर्ष के बाद अपनी पहचान बनाई है, और अब वह खुद को और दूसरों को आत्मविश्वास से जीने की सलाह देते हैं।

