ओडिशा के कालींग इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (KIIT) में एक छात्रा की संदिग्ध मौत के बाद उच्च शिक्षा विभाग ने बुधवार को 24×7 हेल्पडेस्क शुरू किया है। इसका उद्देश्य प्रभावित छात्रों की सुरक्षा, उनकी वापसी और उनके शैक्षणिक हितों की रक्षा सुनिश्चित करना है। सरकार ने इस संबंध में हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं।
उच्च शिक्षा विभाग ने अपने आदेश में कहा, “सरकार ने KIIT विश्वविद्यालय में हुई इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को गंभीरता से लिया है। छात्रों की सुरक्षा, उनकी सुरक्षित वापसी और शिक्षा से जुड़े मुद्दों को हल करने के लिए 24×7 हेल्पडेस्क बनाया गया है।”
हेल्पडेस्क के नोडल अधिकारी उच्च शिक्षा निदेशक काली प्रसन्न महापात्रा होंगे, जबकि उप निदेशक रजत मानसिंह उनकी सहायता करेंगे। इस हेल्पडेस्क में कुल नौ कर्मचारी तैनात रहेंगे, जो चौबीसों घंटे छात्रों की समस्याओं का समाधान करेंगे। इसके लिए चार लैंडलाइन नंबर और एक व्हाट्सएप नंबर जारी किया गया है।
Nepal के विदेश मंत्री अर्जू राणा देउबा ने ओडिशा के उच्च शिक्षा मंत्री सूर्य नारायण पात्रो से फोन पर बातचीत कर इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की। उन्होंने कहा, “मैंने ओडिशा के उच्च शिक्षा मंत्री से बात की और उनसे अनुरोध किया कि नेपाली छात्रा के मामले की निष्पक्ष जांच कर कानूनी कार्रवाई की जाए और नेपाल के छात्रों को सुरक्षित माहौल दिया जाए।”
16 फरवरी को KIIT विश्वविद्यालय की एक तीसरे वर्ष की बीटेक छात्रा अपने हॉस्टल के कमरे में मृत पाई गई थी। नेपाली छात्रों ने इस घटना के बाद विरोध प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि मृतक छात्रा को एक अन्य छात्र ने परेशान किया था, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की।
पुलिस जांच में एक आरोपी छात्र, अद्विक श्रीवास्तव, को 17 फरवरी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस कमिश्नरेट भुवनेश्वर-कटक के बयान के अनुसार, मामले की जांच उच्च स्तरीय समिति कर रही है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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