Bihar की राजनीति में आज एक बड़ा आयोजन होने जा रहा है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री Lalu Prasad Yadav Patna स्थित अपने आवास पर इफ्तार पार्टी का आयोजन कर रहे हैं।
इस कार्यक्रम में कई बड़े राजनीतिक चेहरे शामिल होंगे, खासकर वे Muslim नेता, जिन्होंने हाल ही में मुख्यमंत्री Nitish Kumar से दूरी बना ली है।
यह इफ्तार पार्टी राजनीतिक हलकों में खासा चर्चा का विषय बनी हुई है।
मुस्लिम नेताओं की मौजूदगी के राजनीतिक मायने:
Bihar में मुस्लिम समुदाय की राजनीतिक भूमिका हमेशा महत्वपूर्ण रही है। हाल ही में कई Muslim नेताओं ने मुख्यमंत्री Nitish Kumar से नाराजगी जताई थी और उनके कार्यक्रमों का बहिष्कार किया था।
ऐसे में Lalu Yadav की इस इफ्तार पार्टी में उनकी उपस्थिति राजनीतिक समीकरणों को नया मोड़ दे सकती है।
माना जा रहा है कि इस कार्यक्रम के जरिए RJD मुस्लिम वोट बैंक को और मजबूत करने की कोशिश कर रहा है।
क्या यह महागठबंधन में नई हलचल का संकेत?
Bihar में महागठबंधन की सरकार है, जिसमें RJD, Congress और अन्य दल शामिल हैं।
हालांकि, हाल के दिनों में JDU और RJD के बीच मतभेद की खबरें भी सामने आई हैं। मुस्लिम नेताओं की मौजूदगी से यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि RJD अपने आधार को और मजबूत करने के लिए आगे की रणनीति बना रहा है।
राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाएं:
इफ्तार पार्टी को लेकर बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। BJP ने इसे ‘नवीन राजनीतिक रणनीति’ बताया है, जबकि
JDU ने इस कार्यक्रम को लेकर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।
Congress और अन्य विपक्षी दलों का कहना है कि यह एक सामाजिक आयोजन है, लेकिन इसके राजनीतिक मायने भी हो सकते हैं।
आगामी चुनावों पर प्रभाव
Bihar में 2025 में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में सभी राजनीतिक दल अपने समीकरण मजबूत करने में जुटे हैं। लालू यादव की यह इफ्तार पार्टी भी इसी रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है, जो आगामी चुनावों में मुस्लिम मतदाताओं को आकर्षित करने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकती है।
